[the_ad_group id="229"]
ब्रेकिंग न्यूजराजनीति

सपाः ‘रणछोड़’ भोलानाथ को किसने किया था लॉंच

गाजीपुर। स्थानीय निकायों के एमएलसी चुनाव में खुद के उम्मीदवार भोलानाथ शुक्ल के मैदान छोड़ने से सपा की खूब किरकिरी हो रही है। सपाइयों में सवाल उठ रहा है कि आखिर यह ‘रणछोड़ दास’ किसकी तलाश थे।

मूलतः भदोही के सुरियावां के रहने वाले भोलानाथ शुक्ल को गाजीपुर लाकर लॉंच करने के दौरान सपा नेता खूब दहाड़े थे। यहां तक दावा किए थे कि गाजीपुर को भाजपा मुक्त बना देना है। दरअसल हाल ही में बीते विधानसभा चुनाव में गाजीपुर की सभी सात विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाने के बाद सपाइयों ने एमएलसी चुनाव को टारगेट किया। जाहिर था कि इसके लिए उन्हें जरूरत थी एक ‘दामदार’ नेता की मगर तलाशने, टटोलने के बाद भी गाजीपुर में ऐसा कोई नेता नहीं सामने आया जो भाजपा के ‘दामदार’ विशाल सिंह चंचल के विरुद्ध ताल ठोके।

बताते हैं उनकी इस जरूरत की पूर्ति की पार्टी के ‘दमदार’ यार सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने। राजनीति में कोई मुकाम पाने के लिए सालों से भटक रहे भोलानाथ शुक्ल को राजभर समझाए कि उनकी चाहत पूरी करने का एमएलसी चुनाव बढ़िया मौका है। बस इसके लिए वह अपनी ‘टेट’ भारी करें  और गाजीपुर चलें जब भोलानाथ हामी भर दिए तब राजभर लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव से उनकी भेंट कराए। भोलानाथ को अपनी ओर से ठोक-ठठा लेने के बाद अखिलेश यादव ने गाजीपुर के अपने ‘त्रिदेवों’ को बुलाया और उन्हें भोलानाथ को सौंप दिया। साथ ही यह भी कहा कि विधानसभा की तरह स्थानीय निकाय की विधान परिषद की गाजीपुर सीट भी उन्हें चाहिए। भोलानाथ को लेकर वह लोग गाजीपुर लौटें और चुनाव अभियान करें। वह खुद भी चुनाव अभियान में गाजीपुर पहुंचकर जनसभा करेंगे।

उधर भोलानाथ शुक्ल के पलटी मारने की बात पर चर्चा यह है कि भाजपा नेताओं ने बड़ी चतुराई से सपा से उनका काम तमाम किया। चंदौली के नवनिर्वाचित विधायक सुशील सिंह के जरिये उन्हें साधा गया। सुशील सिंह ने उनकी मुलाकात ‘बुलडोजर बाबा’ से कराई।  उसके बाद शुकुलजी का हृदय परिवर्तित हुआ। उन्हें भाजपा का साथ देने पर स्वयं के लिए ‘शुभ-लाभ’ की बात समझ में आई। कहा यह भी जा रहा है कि नवनिर्वाचित विधायक सुशील सिंह उनके टोल प्लाजा के कारोबार में साझेदार हैं।

माउथ मीडिया की इस कहानी में कितना दम है यह तो नहीं पता लेकिन यह जरूर है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव का गाजीपुर में 28 फरवरी को सकरा (जैतपुरा) तथा बाराचवर में जनसभा प्रस्तावित है।

…तब सपा को यह दूसरा झटका

भाजपा के हाथों सपा को यह दूसरा झटका कहा जा सकता है। पहला झटका जिला पंचायत के चेयरमैन का चुनाव में लगा था। उस चुनाव में भी समीकरण सपा के पक्ष में था लेकिन आखिर में बाजी भाजपा के हाथ लगी। बिल्कुल वैसा ही समीकरण इस एमएलसी चुनाव में भी है लेकिन हालात भाजपा के पक्ष में लगभग जा चुके हैं। कुछ सपाइयों का तो यह भी कहना है कि अगर जिला पंचायत चुनाव में पराजय से शीर्ष नेतृत्व सबक लिया होता तो यह दिन दोबारा देखने की नौबत न आती।

…और चंचल बने बड़े खिलाड़ी !

बात साल 2016 से पहले की है तब इनकी राजनीतिक पहचान गाजीपुर में बस इतनी थी कि इनके ताऊ स्थानीय निकाय से एमएलसी थे। हां ! तब अपनी ‘व्यवहार कुशलता’  के बूते वह तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के करीब पहुंच चुके थे और उनका भी मन सक्रिय राजनीति में आने के लिए कुलबुलाने लगा था। अपने ताऊ की सहमति और आशीर्वाद लेकर वह एमएलसी के चुनाव में गाजीपुर सीट से टिकट के लिए सपा में दावेदारी किए लेकिन तत्कालीन मंत्री और सपा के गाजीपुर के बड़े नेता ओमप्रकाश सिंह की पैरवी के आगे उनकी एक न चली। सपा डॉ.सानंद सिंह को टिकट दी। उसके बाद वह अपने जोशिले और उत्साही साथियों के आग्रह पर वह गाजीपुर आकर बतौर निर्दल चुनाव मैदान में कूद पड़े थे।… बिल्कुल सही पकड़े आप। यह किस्सा है विशाल सिंह चंचल का। यह चंचल का सौभाग्य ही था कि उस चुनाव अभियान में खलिहर बैठे कई बड़े नेताओं ने उन्हें हाथों हाथ लिया। चपंत लड़ाई में चंचल ने सपा उम्मीदवार डॉ.सानंद सिंह को पटकनी देने में कामयाब हो गए। तब भाजपा गाजीपुर के लिए उनमें अपनी राजनीतिक संभावनाएं देखी और एक दिन वह भाजपा में शामिल हो गए। उसके बाद जिला पंचायत चेयरमैन के चुनाव की बारी आई। चंचल ने ऐसी तरकीब भिड़ाई कि पहली बार यह कुर्सी भाजपा के नाम हुई। उनकी सरहज सपना सिंह बहैसियत भाजपा नेत्री चेयरमैन निर्वाचित हुईं और अब जब दूसरी बार चंचल खुद एमएलसी चुनाव में उतरे हैं तो पहले चुनाव में साथ रहे कई बड़े नेता विरोधी पाले में खड़े हैं। बावजूद चंचल ने सपा उम्मीदवार का पर्चा वापस करवा कर अपनी जीत लगभग पक्की कर ली है और उन्हें यह संदेश दे दिया है कि वह ‘सलेक्टेड वोटर्स’ की राजनीति के बड़े खिलाड़ी बन चुके हैं।

यह भी पढ़ें—अरे ! फूंक दिए स्कूल

आजकल समाचार’ की खबरों के लिए नोटिफिकेशन एलाऊ करें

 

[the_ad_group id="230"]

Related Articles

Back to top button