सपाः लीक से हटकर सदर सीट पर वैश्य को टिकट

गाजीपुर। सपा आखिर नामांकन से ठीक एक दिन पहले बुधवार की सुबह सदर सीट पर अपना पत्ता खोल दी और वह भी लीक से एकदम हटकर। जैकिशुन साहू को टिकट मिला है। यह पहला मौका है जब पार्टी किसी वैश्य समाज के नेता को अपना उम्मीदवार बनाई है। पार्टी के मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक जैकिशुन साहू अंतिम दिन 17 फरवरी को नामांकन करेंगे।
जैकिशुन साहू मूलतः जखनियां विधानसभा क्षेत्र के जलालाबाद (दुल्लहपुर) के रहने वाले हैं। पेशे से बड़े कारोबारी हैं और सपा के स्थापना काल से ही जुड़े हैं। पार्टी के प्रति निष्ठा, समर्पण को देखते हुए ही जब पार्टी मुखिया मुख्यमंत्री थे तब उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा देते हुए खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाए थे।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय की गतिविधियों पर नजर रखने वालों के मुताबिक पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार की रात करीब नौ बजे मुख्यालय में मौजूद गाजीपुर सदर सीट के सभी प्रमुख दावेदारों को अपने कक्ष में एक साथ तलब किया और सबसे बारी-बारी उनकी चुनावी तैयारी, रणनीति उन्हीं की जुबानी सुनी। उसके बाद सबको यह कह कर लौटा दिए कि वह सभी सुबह तक इंतजार करें और सुबह जब उनका फैसला आया तो उसमें जैकिशुन साहू का नाम था।
जाहिर है कि साहू के जरिये अखिलेश यादव ने इस बार के चुनाव में वैश्य समाज को साधने की कोशिश की है। सदर विधानसभा क्षेत्र में वैश्य वोटर का बड़ा पैकेट है। एक अनुमान के मुताबिक इस क्षेत्र में करीब 45 हजार वोटर हैं। इनमें अकेले करीब 30 हजार गाजीपुर शहर में ही आबाद हैं। वैश्य समाज भाजपा का परंपरागत वोटर माना जाता है और इसी वोट के बूते गाजीपुर नगर पालिका चेयरमैन की कुर्सी पर लगातार करीब तीन दशक से भाजपा की कब्जा है।
बावजूद शायद ही कोई प्रमुख पार्टी गाजीपुर सदर विधानसभा सीट से वैश्य समाज के किसी नेता को मौका दी हो। यहां तक कि भाजपा ने भी इसकी जरूरत नहीं समझी जबकि पिछले चुनाव से ही नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल टिकट मांग रहे हैं। बल्कि इस बार तो उन्हें पूरा यकीन था कि अपनी पार्टी भाजपा उनको टिकट जरूर देगी लेकिन पार्टी मौजूदा विधायक डॉ.संगीता बलवंत को ही दोबारा आजमाने का निर्णय की।
गाजीपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के इतिहास के पन्नों को पलटा जाए तो 1967 के विधानसभा चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर पब्बर राम विधायक चुने गए थे। वह वैश्य समाज से आते थे और स्वत्रंता सेनानी थे। यह भी इत्तेफाक ही कहा जाएगा कि समाज के कार्यक्रमों में अक्सर जैकिशुन साहू के तेवर देख और उनकी वाकपटुता सुन उनमें पब्बर राम अपनी छवि पाते थे। यह बात वह बेहिचक कहते भी थे।
अखिलेश ने सैदपुर, जखनियां के लोगों की भी सुनी बात
मंगलवार की रात पार्टी प्रदेश मुख्यालय लखनऊ पहुंचे गाजीपुर के सैदपुर, जखनियां विधानसभा क्षेत्र के पार्टीजनों की भी बात सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पूरे इत्मीनान से सुनी। उन पार्टीजनों को अपने क्षेत्र के घोषित उम्मीदवारों पर आपत्ति थी। सैदपुर के लोग किसी सोनकर बिरादरी के नेता को टिकट देने की पैरवी कर रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी का घोषित उम्मीदवार अंकित भारती नौजवान है। पहले प्रयास में ही जिला पंचायत सदस्य चुना गया है। चुनाव अभियान के खर्च उठाने में भी वह सक्षम है और रही बात जखनियां सीट की तो वहां गठबंधन के तहत सुभासपा का उम्मीदवार है और उसका निर्णय सुभासपा अध्यक्ष करेंगे। यह कहते हुए अखिलेश यादव ने निर्देश दिया कि वह लोग क्षेत्र में लौटकर गठबंधन के उम्मीदवारों को जीताने में पूरे दमखम से जुट जाएं। वह पार्टीजन भी क्या करते। मुखिया का टका सा जवाब पाकर लौट लिए।