सपाः अलग-थलग पड़ा ‘दादा’ परिवार !

गाजीपुर (सुजीत सिंह प्रिंस)। सियासत में भी वक्त अहम है। बराबर वक्त एक जैसा नहीं होता। वक्त के साथ सितारे बुलंदी पर होते हैं तो कभी गर्दिश में चले जाते हैं। कुछ ऐसा ही है स्व.रामकरन यादव ‘दादा’ के परिवार के साथ। वक्त था कि दादा समाजवादी पार्टी के शलाका पुरुष थे। पूर्वांचल के कार्यकर्ता उन्हें गांधी की तरह पूजते थे। उनकी सुनते थे। दादा का आशीर्वाद तो दूर उनके परिवारीजनों के सानिध्य तक के लिए तरसते थे और जुगतते थे लेकिन वक्त आगे बढ़ा। दादा गुजर गए। परिवार ‘टुअर’ हो गया। कुछ खुद के रहन से। कुछ कार्यकर्ताओं की खुन्नस से।
अब जबकि ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की बारी है। दादा के पौत्र राहुल यादव (पुत्र विजय यादव पूर्व एमएलसी) अपने गृह ब्लॉक सैदपुर प्रमुख पद के दावेदार हैं। पार्टी जिला नेतृत्व ने उन्हें अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। इसमें हड़बड़ी ऐसी हुई कि इसके लिए सैदपुर विधायक सुभाष पासी तक को विश्वास में नहीं लिया गया। शायद यही सब वजह है कि बतौर उम्मीदवार राहुल यादव इलाकाई कार्यकर्ताओं के गले उतर नहीं रहे हैं।
राहुल यादव की उम्मीदवारी से नाखुश कार्यकर्ताओं ने उनके विरुद्ध हीरा यादव को मुकाबिल कर दिया है। हीरा यादव के साथ पार्टी के लगभग सारे दिग्गज भी हैं। हालांकि ज्यादातर दिग्गज इस मसले पर मुंह नहीं खोल रहे हैं लेकिन इसको लेकर सैदपुर विधायक सुभाष पासी बीते रविवार को पार्टी कार्यालय लोहिया भवन में हुई बैठक में अपना असंतोष जताने में नहीं हिचके थे। कहे थे कि उम्मीदवार की घोषणा में बेजा हड़बड़ी हुई। वरना वह अपने स्तर से पार्टी का ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध चुनवाए होते। हीरा यादव के साथ खुलकर इलाकाई दिग्गज देवराज ठाकुर हैं। उनका दावा है कि एकतरफा मुकाबले में हीरा यादव की जीत पक्की है। उधर खुद हीरा यादव ने इस प्रतिनिधि से बातचीत में कहा कि वह समाजवादी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उनके साथ सारे पार्टीजन खड़े हैं। कमोवेश यही बात पार्टी के वरिष्ठ और जिम्मेदार कार्यकर्ताओं का भी कहना है। बल्कि उनका तो यहां तक कहना है कि राहुल यादव के संग भाजपाई और मौका परस्त ताकते हैं। यह ताकतें राहुल यादव के जरिये सैदपुर ब्लॉक पर अपनी सत्ता कायम करना चाहती हैं।
यह तो इन सबकी बातों में कितना दम है यह तो नहीं मालूम लेकिन यह जरूर है कि देवराज ठाकुर के धुर विरोधी पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमाशंकर सिंह काटू राहुल यादव के साथ खुलकर हैं। लिहाजा यह वक्त बताएगा कि काटू बनाम अन्य में जीत किसकी होगी। सैदपुर क्षेत्र पंचायत में कुल 118 नवनिर्वाचित सदस्य हैं। इनमें एक सदस्य का निधन हो चुका है। प्रमुख का पद पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित है।
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