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कुशवाहा समाज में एकजुटता पर जोर

गाजीपुर। कुशवाहा समाज अपनी राजनीतिक नाकामी से आहत है और इसका मूल कारण समाज की एकजुटता के अभाव को मानता है।

कुशवाहा महासभा की रविवार को महात्मा ज्योतिबा राव फूले पब्लिक स्कूल में हुई बैठक में समाज का यह दर्द प्रकट हुआ। बैठक में कहा गया कि कुशवाहा समाज शांतिप्रिय है। धैर्यवान है। परिश्रमी है। नैतिक मूल्यों के प्रति जागरुक भी है। बावजूद राजनीतिक पहचान का मोहताज है और यह समाज के बिखराव का परिणाम है।

महासभा के जिलाध्यक्ष रामराज सिंह कुशवाहा ने कहा कि कुशवाहा समाज सबसे मेहनतकश कौम होने के बाद भी इसके सामने पहचान, सम्मान व अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। समाज के लोग परिश्रमी, ईमानदार व सहनशील हैं। समाज को खोया हुआ सम्मान तभी प्राप्त होगा जब समाज के सभी लोग एकजुट रहकर कार्य करेंगे।

पूर्व सांसद जगदीश सिंह कुशवाहा ने कहा कि समाज को बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा जैसे लोगों की आवश्यकता है। उनके क्रांतिकारी विचारों को अपनाकर तथा पद चिह्नों पर चलकर समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है। इनके सपनों का भारत बनाने के लिए समाज के युवाओं को आगे आना होगा। पूर्व एमएलसी बृजभूषण कुशवाहा ने कहा कि समाज कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि समाज अपने बच्चों को शिक्षित करे और राजनीति में अपनी भागीदारी बढ़ाए। यही एकमात्र रास्ता है जिससे समाज का समुचित विकास हो सकता है।

रामनरेश कुशवाहा का कहना था कि  संख्या बल होने के बाद भी कुशवाहा समाज अपनी पहचान राजनीतिक स्तर पर खोता जा रहे है। ऐसा क्यों। यह बड़ा सवाल है और इस पर विचार करने की जरूरत है। जनक कुशवाहा ने कहा कि हमारा समाज बिखरा हुआ है। इसलिए कोई भी राजनीतिक दल समुचित भागीदारी नहीं देना चाहता है। अपने अधिकारों व हक की प्राप्ति के लिए संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है।

संगठन के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा ने कहा कि कुशवाहा समाज सुशिक्षित है परंतु सामाजिक शिक्षा का अभी अभाव है। आवश्यकता है कि कुशवाहा समाज का सुशिक्षित वर्ग सम्राट अशोक, महात्मा फुले, भगत सिंह, बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा, बाबा साहब तथा अन्य महापुरुषों के विचारों को समझे। उन्हें आत्मसात करे और इसके लिए दूसरों को प्रेरित करें। यह कार्य व्यापक स्तर पर करने की जरूरत है। तभी  समाज लक्ष्य तक पहुंचेगा। नौजवानों को आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि उनका एक कदम तथा उत्साही सोच समाज में क्रांति पैदा कर सकती है।

बैठक के अंत में ग्राम अवराकोल, पोस्ट-पाली कासिमाबाद के शहीद जवान सत्यपाल सिंह कुशवाहा को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संचालन महासचिव जयप्रकाश कुशवाहा ने किया। बैठक में श्यामनारायण कुशवाहा, दुखरन कुशवाहा, फूलमती देवी, त्रिभुवन कुशवाहा, बृजराज कुशवाहा, रामाज्ञा, कृष्णा मौर्य, अरुण कुशवाहा, विक्रमा प्रसाद मौर्य, अलगू कुशवाहा, प्रभुनाम कुशवाहा, छोटेलाल कुशवाहा, रामजन्म कुशवाहा, रौशन कुशवाहा, इन्दल कुशवाहा, काशी कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, सुधाकर कुशवाहा, श्यामनारायण कुशवाहा प्रधान, हरेंद्र कुशवाहा, नरेंद्र कुशवाहा, सियाराम कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा, रामनिवास कुशवाहा, सुरेंद्र कुशवाहा, महंत कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, ओमप्रकाश कुशवाहा, चंचल कुशवाहा, रिंकु कुशवाहा, कैलाश कुशवाहा, सुदामा कुशवाहा, रविंद्र कुशवाहा, संतोष कुशवाहा आदि उपस्थित थे।

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