कोरोना में अब तक 18 बच्चे चिह्नित, मिलेगा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ

गाजीपुर (राहुल पांडेय)। कोरोना महामारी में गाजीपुर में अनाथ हुए कुल अब तक 18 बच्चों की पहचान हुई है। इन सभी अनाथ बच्चों को योगी सरकार की ओर से शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से लाभान्वित कराया जाएगा।
अब तक गाजीपुर में चिह्नित कुल बच्चों की संख्या की पुष्टि जिला प्रोबेसन अधिकारी अनिल कुमार सोनकर ने की। बताए कि इनमें नौ बच्चियां भी शामिल हैं। उनका कहना था कि योजना का लाभ लेने के लिए विभाग को लगभग हर रोज ऑफ लाइन आवेदन मिल रहे हैं लेकिन ज्यादातर आवेदन शर्त पूरी न करने की दशा में खारिज कर दिए जा रहे हैं। योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा, जिन्होंने अपने माता-पिता को पहली मार्च 2020 के बाद कोरोना महामारी के दौरान खोया है। अथवा माता-पिता में एक का पहले ही निधन हो चुका हो। फिर बचे मां अथवा पिता भी इस कोरोना महामारी में चल बसे हो। ऐसे बच्चों के वर्तमान अभिभावक की सालाना आय दो लाख रुपये से कम हो।
योजना का यह मिलेगा लाभ
चिह्नित बच्चे के वयस्क होने तक उनके अभिभावक अथवा देखभाल करने वाले को चार हजार रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। दस वर्ष की आयु से कम के ऐसे बच्चे जिनका कोई अभिभावक अथवा परिवार नहीं है, ऐसे सभी बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की सहायता से अथवा अपने संसाधनों से संचालित राजकीय बाल गृह (शिशु) में देखभाल की जाएगी। अवयस्क बालिकाओं की देखभाल सुनिश्चित की जाएगी। इन्हें कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (आवासीय) अथवा प्रदेश सरकार से संचालित राजकीय बाल गृह (बालिका) में रखा जाएगा। जहां इनकी देखभाल और शिक्षा-दीक्षा के प्रबंध होंगे। अनाथ बालिकाओं के विवाह की समुचित व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार बालिकाओं की शादी के लिए रुपये एक लाख एक हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराएगी। स्कूल अथवा कॉलेज में पढ़ रहे अथवा व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे ऐसे सभी बच्चों को टैबलेट, लैपटॉप की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
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