सपाइयों में दिखा सिबगतुल्लाह अंसारी का गजब का क्रेज, किए जोरदार स्वागत

गाजीपुर। पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी समाजवादी पार्टी में वापसी को लेकर कितने उत्सुक रहे होंगे। यह तो वही जानें लेकिन उनके लिए गाजीपुर के सपाजनों खासकर विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे लोगों में काफी बेताबी रही है। इसका एहसास सोमवार को हुआ।
मौका था लखनऊ में पार्टी की सदस्यता लेने के बाद सिबगतुल्लाह का अपने साहबजादे मन्नू अंसारी संग पहली बार गृह जिला लौटने का। उनके अभूतपूर्व स्वागत के लिए पार्टीजनों ने अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। जंगीपुर विधायक डॉ.बीरेंद्र यादव अपने पूरे लावलश्कर के साथ मऊ से जुड़ी गाजीपुर की सीमा हैदरा में पहले से ही डट गए थे। वहां पहुंचने पर पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह को फूल-मालाओं से लाद दिए। फिर उनको लंबे काफिले के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र जंगीपुर के रास्ते पार्टी के जिला मुख्यालय लोहिया भवन लाए। रास्ते में जगह-जगह सिबगतुल्लाह अंसारी के स्वागत की तैयारी भी डॉ.बीरेंद्र यादव ने पहले ही कर दी थी। मटेंहू, मरदह, बरहीं, भड़सर, बिरनो, जंगीपुर में सिबगतुल्लाह का जोरदार स्वागत हुआ। उनके लिए हर जगह जिंदाबाद के नारे लगे।
लोहिया भवन में मुख्य स्वागत समारोह में लगभग हर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी नेता, वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद थे। यहां तक कि पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह किन्हीं कारणों से मौजूद नहीं हो पाए थे तो अपने साहबजादे रितेश सिंह तथा प्रतिनिधि मन्नू सिंह को समारोह में भेजना नहीं भूले थे। इसी तरह सैदपुर विधायक सुभाष पासी के प्रतिनिधि आंशु दूबे मौजूद थे। इनके अलावा पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, पूर्व विधायक द्वय विजय कुमार तथा कालीचरण राजभर, राजेश कुशवाहा, सुदर्शन यादव, डॉ. नन्हकू यादव, रामधारी यादव, जैकिशन साहू अरुण कुमार श्रीवास्तव, मुन्नन यादव, लुट्टूर राय आदि भी उपस्थित थे। पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह को बड़ी माला पहनाई गई। उस माला में समाने के लिए नेताओं में होड़ लग गई थी।
पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव अपने अंदाज में इस स्वागत समारोह का उपसंहार बताए। बोले- सिबगतुल्लाह अंसारी की वापसी से हमारी पार्टी को काफी मजबूती मिली है। गाजीपुर की सभी सात विधानसभा सीटों पर पार्टी की जीत तय हो गई है और पार्टी मुखिया अखिलेश यादव का एक बार फिर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
उधर खुद पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी के लिए भी समाजवादी पार्टी में ऐसे भव्य स्वागत का पहला अनुभव था। इस अनुभव को बताने से खुद को रोक नहीं पाए। जज्बाती लहजे में बोले-मेरे पूरे राजनीतिक जीवन में अब तक हमारा ऐसा स्वागत कभी नहीं हुआ था।…मैं समाजवादी पार्टी के झंडे में ही पैदा हुआ था और अब मरूंगा भी समाजवादी पार्टी के झंडे में ही।…अब घर लौटकर मुझे सोना नहीं है। बल्कि घर-घर जाकर समाजवाद का अलख जगाना है।…अखिलेश यादव को सूबे का मुख्यमंत्री बनाना ही मेरा संकल्प है।
मालूम हो कि पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी तथा उनके दोनों छोटे भाई सांसद अफजाल अंसारी और मऊ विधायक मुख्तार अंसारी तथा भतीजा अब्बास अंसारी साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा का दामन थाम लिए थे और फिलहाल सिबगतुल्लाह को छोड़ कर अन्य सभी बसपा में ही हैं लेकिन सपाजनों को पूरा यकीन है कि देर-सबेर मौका आने पर वह लोग भी उनकी पार्टी में लौट आएंगे।