शहर के सर्राफा व्यवसायी की दुकान पर छापा, कुख्यात सिंटू सिंह की निशानदेही पर मुंबई पुलिस की कार्रवाई

गाजीपुर। कुख्यात सिंटू सिंह ने मुंबई के ज्वेलरी शोरूम से लूटे गए करोड़ों के हीरे जवाहरात अपने गृह जिला गाजीपुर के ही सर्राफा व्यवसाइयों को बेचा था। मुंबई पुलिस उसे लेकर बुधवार को गाजीपुर आई और देर शाम शहर के नखास स्थित एक दुकान पर छापा मारी।
हालांकि इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने कुछ भी बताने से इन्कार की लेकिन अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस अपने साथ लाई सिंटू सिंह से सर्राफा व्यवसायी की दुकान की पहचान कराई।
मालूम हो कि सिंटू सिंह उर्फ विनय सिंह गंगा पार सुहवल थाने के ताड़ीघाट का रहने वाला है और सुहवल थाने का हिस्ट्रीशीटर है। सात जनवरी को दिनदहाड़े अपने गैंग के साथ मुंबई के मीरा रोड स्थित एस कुमार गोल्ड एंड डायमंड्स ज्वेलरी शॉप में करीब डेढ़ करोड़ के हीरे जवाहरात लूट लिए थे। घटना के वक्त सिंटू सिंह और उसके साथियों के चेहरे सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हो गए थे।
बीते 26 जनवरी को मुंबई पुलिस से मिले इनपुट पर यूपी एसटीएफ ने उसे लखनऊ से पकड़ा। उसके साथ गैंग के अन्य दो बदमाश भी गिरफ्तार हुए। उनके कब्जे से लूट के कुछ जेवरात और पांच लाख की नकदी के अलावा पुलिस से कभी लूटा गया रिवाल्वर बरामद हुआ था। पूछताछ में सिंटू सिंह ने बताया था कि उसका गैंग लखनऊ में एक ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाने वाला था। उसके बाद गोवा पहुंच कर कैसिनो को लूटेगा।
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सिंटू सिंह इस बार अपनी ग्राम पंचायत ताड़ीघाट के प्रधान पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। पिछले चुनाव में उसने अपने चचेरे भाई संतोष सिंह रिंकू को प्रधान बनाने में महती भूमिका निभाई थी।