‘परिवारवादियों’ को सत्ता से दूर रहने की सजा देंः मोदी

गाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा पर खूब तीखे जुबानी हमला किया। इसके लिए उन्होंने मुख्तार अंसारी के बाहुबल के साथ ही भ्रष्टाचार को संदर्भ बनाया और गाजीपुर के लोगों का आह्वान किया कि वह सपा को इसकी सजा सत्ता में आने से रोक कर दें।
प्रधानमंत्री बुधवार को गाजीपुर के आरटीआई मैदान में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। अपने करीब 26 मिनट के लंबे भाषण की शुरुआत में मोदी ने उपस्थित जनसमूह को अपने से जोड़ने के लिए भोजपुरी में प्रणाम किया और वीर अब्दुल हमीद, पूर्व सांसद विश्वनाथ सिंह गहमरी सहित जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, भाजपा के विधायक रहे स्व. कृष्णानंद राय का जिक्र किए।
फिर मोदी अपने असल मुद्दे पर आए। उनके भाषण में मुख्य निशाने पर सपा थी। सपा का वह नाम तो नहीं लिए लेकिन उसे परिवारवादी का संज्ञा देते हुए कहे कि परिवारवादियों ने गाजीपुर की पहचान ही बदल दी थी। अपने शौर्य और पराक्रम की जगह गाजीपुर की पहचान माफिया, बाहुबलियों से होने लगी थी। इतना ही नहीं परिवारवादियों ने कई दशकों तक गाजीपुर को विकास से भी दूर रखा।
मोदी ने कहा कि परिवारवादियों के राज में क्या कुछ गाजीपुर में नहीं हुआ था। इन परिवारवादियों ने दलित भाई-बहनो की बस्तियां जलाई थी। गाजीपुर के लोग वह दौर भी नहीं भूले जब उनके एक होनहार साथी कृष्णानंद राय को गोलियों से छलनी कर दिया गया था।
मुख्तार अंसारी का नाम न लेते हुए मोदी बोले-दंगों के दौरान खुली जीप में घूमने वाले आज घुटनों पर हैं। पहले की सरकारों के समय जो दहशत थी, उसकी जगह अब गरीबों के कल्याण ने ले ली है।
मोदी ने आगे कहा कि यह वही परिवारवादी हैं जो शौचालय की बात पर हम लोगों का मजाक उड़ाते थे। इन परिवारवादियों को हमारी माताओं-बहनो की असहनीय पीड़ा का भी कभी एहसास नहीं हुआ। घोर परिवारवादी चाहते हैं कि हमारे देश का गरीब, यहां के नागरिक जातियों में बिखर जाएं, ताकि उनका खेल चलता रहे। परिवारवादियों को यह नहीं पता कि जनता को अपने क्षेत्र, अपने देश का विकास, अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य सर्वोपरि है।
इस क्रम में मोदी भाजपा सरकार की उपलब्धियों का बखान करना नहीं भूले। कहे-हमारी सरकार छोटे किसानों की जरुरतों पर भी ध्यान दे रही है। आज गाजीपुर के पांच लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत करीब 850 करोड़ रुपये जमा किये गए हैं। प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। इस पर देशभर में दो लाख 60 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन यही काम घोर परिवारवादियों को करना होता, तो वह आपको दाने-दाने के लिए तरसा देते और सारा पैसा खुद खा जाते। वह लोग इतने असंवेदनशील हैं कि दिव्यांग, वृद्ध और असहाय की पेंशन का पैसा भी खा जाते थे। आज भी इन लोगों की सोच वही है। इन लोगों की नजर आपके विकास के लिए आए हुए धन पर है। इसलिए आपको इन परिवारवादियों से सावधान रहना बहुत जरूरी है। महलों में जीने वाले, महंगी गाड़ियों में घूमने वाले कभी गरीब का दर्द नहीं समझ सकते। इन्हें माताओं-बहनो को चूल्हे के धूएं से तकलीफ का अंदाजा तक नहीं है लेकिन भाजपा सरकार अकेले गाजीपुर की ढाई लाख माताओं-बहनो को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दी है।