जेल में ठूंसे गए हैं क्षमता से तीन गुना कैदी

गाजीपुर। जिला जेल की हालत बदतर है। क्षमता से करीब तीन गुना कैदी ठूंसे पड़े हैं। इनमें सजायाफ्ता तक कैदी हैं।
बुधवार को जिलाविधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव कामायनी दूबे के वर्चुअल निरीक्षण में जेल की यह दशा सामने आई। जेल अधिक्षक ने बताया कि मौजूदा वक्त में 807 विचाराधीन और 150 सजायाफ्ता पुरुष बंदी हैं। इनके अलावा 22 विचाराधीन तथा आठ सजायाफ्ता महिला और 58 अल्प व्यस्क बंदी हैं जबकि जेल की कुल क्षमता मात्र 397 बंदियों की है। जेल अधिक्षक ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव से लाचारी जताते हुए कहा कि बंदियों की अत्यधिक संख्या के कारण बैरक कम पड़ गए हैं।
जिला विधिक प्राधिकरण की सचिव ने निर्देश दिया कि जो बंदी स्वेच्छा से अपना जुर्म कबुल करना चाहते हैं उनकी अर्जी प्रेषित की जाए और जिन कैदियों के मुकदमे की पैरवी करने वाला कोई नहीं है तो उसकी भी अर्जी प्राधिकरण को भेजी जाए। कोविड महामारी की चर्चा करते हुए प्राधिकरण की सचिव ने सारे एहतियाती कदम उठाने का निर्देश भी दिया।
यह भी पढ़ें—अब इनकी किस्मत वोटर जानें
‘आजकल समाचार’ की खबरों के लिए नोटिफिकेशन एलाऊ करें’