प्रधान संघः अध्यक्ष और संरक्षक बर्खास्त, आमसभा का फैसला

भांवरकोल (गाजीपुर)। ब्लॉक ग्राम प्रधान संघ में रविवार को बड़ा निर्णय हुआ। अध्यक्ष इंद्रासन राय (मलिकपुरा) तथा संरक्षक रामदुलार यादव (पलिया बुजुर्ग) को बर्खास्त कर दिया गया और उनकी जगह राजेश राय बंगाली (तड़का) अध्यक्ष एवं अवधेश सिंह कुशवाहा लल्लू (बढ़नपुरा) को संरक्षक चुन लिया गया। ब्लॉक मुख्यालय के सभागार में संघ की हुई आमसभा में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। आमसभा में कुल 64 में 45 ग्राम प्रधान मौजूद थे। आमसभा की अध्यक्षता आकाश राय राजन ने की।
आमसभा ने कार्यकारिणी समेत अन्य पदाधिकारियों को पूर्ववत रखा। उनमें राजन राय (मसोन) व आनंद यादव (कठार) उपाध्यक्ष, रविशंकर राय (लौवाडीह) कोषाध्यक्ष, बिट्टू सिंह कुशवाहा (भदौरा) महामंत्री, राजू चौरसिया (गोड़उर) मंत्री शामिल हैं। इसीक्रम में सूचना मंत्री का पद सृजित कर उसकी जिम्मेदारी समीर पासवान (तरांव) को सौंपी गई। इस मौके पर ग्राम प्रधानों की एकजुटता का संकल्प दोहराया गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष तथा संरक्षक ने संघटन में लोकतांत्रिक परंपरा को कायम रखने का वादा किया। उपस्थित ग्राम प्रधानों ने उन दोनोंजनों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
मालूम हो कि करीब छह माह पहले आमसभा ही सर्वसम्मति से अन्य पदाधिकारियों समेत इंद्रासन राय को अध्यक्ष और रामदुलार यादव संरक्षक दाधिकारियों को संरक्षक चुनी थी। आखिर क्या वजह हुई कि आमसभा को उन्हें सीधे पदच्युत करने का कठोर निर्णय भी लेना पड़ा। आमसभा में कहा गया कि इंद्रासन राय तथा रामदुलार यादव संगठन की परंपरा और मर्यादा की परवाह करने के बजाय एकदम तानाशाही पर उतर आए थे।
वैसे संगठन में इंद्रासन राय तथा रामदुलार यादव के विपरीत बयार तभी बहनी शुरू हो गई थी जब उन्होंने कार्यकारिणी को विश्वास में लिए बगैर महज संगठन के व्हाट्स ग्रुप के जरिये ही उपाध्यक्ष आनंद यादव को बर्खास्त करने का फरमान महामंत्री से जारी करवा दिया था। इस मुद्दे पर सदस्यों के कहने पर कार्यकारिणी की दो बार आपात बैठक कर अध्यक्ष इंद्रासन राय तथा संरक्षक रामदुलार यादव को तलब किया गया लेकिन वह नहीं आए। आखिरी बार आमसभा बुलाई गई। उसमें भी इंद्रासन तथा रामदुलार को फोन कर सूचना दी गई। तब इंद्रासन ने बलिया में होने की बात कह पहुंचने से मना कर दिया जबकि उस वक्त उनकी लोकेशन पताल गंगा के पास थी। उनके उस रवैये से कुपित आमसभा ने यह कठोर निर्णय किया।
हालांकि अध्यक्ष पद से इंद्रासन राय की बर्खास्तगी को कुछ लोग एमएलसी विशाल सिंह चंचल के लिए कुछ ही माह पहले शेरपुर में पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से हुए स्वागत समारोह से भी जोड़ रहे हैं। उस समारोह से ब्लॉक के पंचायत प्रतिनिधियों के ज्यादातर प्रभावी चेहरे खुद को दूर रखे थे। यही नहीं बल्कि उस समारोह का मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी प्रमुख दलों के मौजूदा तथा पूर्व ओहदेदार नेताओं ने भी विरोध किया था। एक पूर्व ओहदेदार नेता ने तो अपने अति खास पंचायत प्रतिनिधियों को फोन कर उस समारोह में जाने से मना तक कर दिया था जबकि बतौर अध्यक्ष प्रधान संघ इंद्रासन राय उसमें शरीक हुए थे और समारोह के आयोजकों ने पूरे प्रधान संघ की मौजूदगी का श्रेय ले लिया था।