तीन दशक बाद ‘फाटक’ में पुलिस का छापा, मामला एमएलसी चुनाव का

गाजीपुर। एमएलसी चुनाव में निर्दल उम्मीदवार मदन यादव की तलाश में बुधवार को पूरी रात जहां पुलिस जगह-जगह दबिश डालती रही। वहीं भाजपा के चुनाव अभियान से जुड़े लोग भी चले। यहां तक कि उस क्रम में अंसारी परिवार के यूसुफपुर कस्बा स्थित आवास ‘फाटक’ में भी रेड पड़ी। तीन दशक बाद फाटक में पुलिस की यह दूसरी रेड थी। इसके पहले 1990 में पुलिस वहां रेड डाली थी। तब पुलिस को मुख्तार अंसारी की तलाश थी।
दरअसल एमएलसी चुनाव में निर्विरोध जीत का रिकार्ड बनाने के लिए भाजपा व्याकुल है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जाने से परहेज करती नहीं दिख रही है लेकिन उसकी इस मुहिम में रोड़ा बन गए हैं निर्दल नामांकन करने वाले ग्राम प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष मदन यादव। उनका चुनाव मैदान से हटना जरूरी है और इसके लिए अब कुछ ही घंटे का वक्त बचा है। नाम वापसी की समय सीमा गुरुवार की शाम तीन बजे तक की है जबकि मदन यादव भूमिगत हो चुके हैं।
मदन यादव का नामांकन वापस कराने के लिए भाजपा उन्हें दो दिन से तलाश रही है और यह तलाश तब और तेज हो गई जब बुधवार को सपा उम्मीदवार भोलानाथ शुक्ल ने अपना नामांकन वापस ले लिया। उनका नामांकन वापस कराने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है। छल-बल और धन बल तक। मदन के प्रस्तावकों, मित्रों, नात-रिश्तेदारों के जरिये उन तक पहुंचने की कोशिश हो रही है। मंगलवार की शाम ही सरकारी अमला उनके घर अधियारा ब्लॉक जमानियां पहुंच गया था। उनकी ग्राम पंचायत में पिछले दस साल में हुए विकास कार्यों, योजनाओं के बाबत जांच शुरू हो गई थी। उसके बाद उनके विरुद्ध मुकामी थाना सुहवल में आपराधिक मामले दर्ज हुए। उससे भी बात नहीं बनी तो बुलडोजर तक उनके घर पहुंच गया।
हालांकि बुलडोजर पहुंचने की खबर आग में और घी डाल दी। अपने उम्मीदवार का नामांकन वापस होने से खिजियाए सपाइयों को यह बैठे-बैठाए मुद्दा मिल गया। नवनिर्वाचित विधायक पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह की अगुवाई में पार्टी के अन्य नवनिर्वाचित विधायक और अन्य बड़े नेता आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए। उनके तेवर देख अधिकारी मय बुलडोजर लौटना ही बेहतर समझे। उसी क्रम में सपा कार्यालय समता भवन में मीडिया कर्मियों को बुलाया गया और बताया गया पार्टी के उम्मीदवार अब मदन यादव हैं और पार्टी उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है।
इसी बीच पता चला है कि अंसारी परिवार के आवास ‘फाटक’ में पुलिस की रेड रात सवा 11 बजे पड़ी थी और करीब एक घंटे तक पुलिस टीम वहां मौजूद रही। दो बार घर में घुसकर एक-एक कोने को खंगाला गया। उस कार्रवाई में कोतवाली मुहम्मदाबाद के अलावा थाना भांवरकोल की फोर्स शामिल थी। उनमें महिला कांस्टेबल भी थीं। पुलिस टीम की अगुवाई सीओ मुहम्मदाबाद रवींद्र वर्मा कर रहे थे। तब सांसद अफजाल अंसारी आवास में नहीं थे। पुलिस टीम का सामना नवनिर्वाचित विधायक सुहैब अंसारी मन्नू तथा उनके पिता पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी से हुआ। इस कार्रवाई के बाबत ‘आजकल समाचार’ ने सीओ मुहम्मदाबाद रवींद्र वर्मा से चर्चा की तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि वह एक जांच के सिलसिले में फाटक में गए थे।