थाना इंचार्ज ने महिला संग की बदसलूकी, वृद्ध सास और पति को भी नहीं बख्शे

गाजीपुर। एक ओर सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान देने की दावे कर रही है। दूसरी ओर पुलिस महिलाओं संग उलट तरीके से पेश आ रही है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण थाना खानपुर के फरीदहां गांव की नगीना पत्नी घनश्याम जायसवाल हैं। उनके साथ खुद थाना इंचार्ज जितेंद्र बहादुर सिंह ने बदसलूकी की। बल्कि नगीना की मानी जाए तो थाना इंचार्ज ने उनके कपड़े तक फाड़ दिए। वृद्ध सास और पति को भी नहीं बख्शे। पुलिस महकमे को कलंकित करने वाली यह घटना गुरुवार की रात करीब पौने नौ बजे की है। यह मामला महकमे के अधिकारियों के संज्ञान में है। एएसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने कहा कि महिला से फोन पर घटनाक्रम की जानकारी उन्होंने ली है। जांच कर कार्रवाई होगी।
पीड़ित नगीना देवी ने पुलिस कप्तान को तहरीर प्रेषित कर बताया है कि थाना इंचार्ज मय हमराही सरकारी गाड़ी से उनके घर पहुंचे। उनके आवाज देने पर नगीना देवी ने ही दरवाजा खोला। उसके बाद थाना इंचार्ज घर में चल रहे निर्माण कार्य के बाबत पूछताछ शुरू कर दिए। जब नगीना ने बताया कि निर्माण कार्य घर के अंदर चल रहा है तब वह एकदम से उखड़ गए। नगीना के साथ मारपीट, गाली-गलौज पर उतर आए। उस दौरान वह उनके कपड़े तक फाड़ दिए। नगीना की चित्कार सुन उनकी 76 वर्षीय सास पार्वती देवी और पति घनश्याम आए तो थाना इंचार्ज सहित उनके साथ आए पुलिस कर्मियों ने उनको भी मारा पीटा। उस वक्त पुलिस कर्मियों के साथ नगीना देवी के विरोधी हरिनारायण मौर्य तथा उनके बेटे बृजेश मौर्य भी थे।
नगीना देवी और उनकी सास, पति की चीख पुकार सुन कर पड़ोसी प्रवीण जायसवाल, फातिमा बानो सहित और भी कई लोग मौके पर जुट गए। तब स्थिति की नाजुकता समझ थाना इंचार्ज नगीना देवी और उनके परिवार को किसी गंभीर धारा में जेल भेजने की धमकी देते हुए मय हमराही चले गए।
हालांकि महकमे के लोग ऐसी किसी घटना को झूठा बता रहे हैं लेकिन सवाल है कि रात के पहर किसी परिवार वाले घर जाते वक्त पुलिस टीम में महिला पुलिस कर्मी को क्यों नहीं रखा गया।
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