पुलिस का दावा, विद्युत कर्मी की मौत हादसा का नतीजा

गाजीपुर। कासिमाबाद थाना क्षेत्र के खजूरगांव मठिया में एक रिहायशी झोपड़ी में शनिवार की सुबह मृत मिले विद्युत कर्मी राजेश चौहान (40) की मौत का मामला हत्या का नहीं बल्कि हादसा का है। पुलिस की विवेचना और पीएम रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। राजेश चौहान उसी क्षेत्र के मड़ही गांव का रहने वाला था। वह पृथ्वीपुर विद्युत उपकेंद्र में प्राइवेट लाइनमैन था।
सुबह करीब छह बजे कासिमाबाद पुलिस को सूचना मिली कि खजूरगांव मठिया में एक रिहायशी झोपड़ी में राजेश चौहान का शव पड़ा है। एसएचओ कासिमाबाद रामाश्रय राय के अलावा सीओ कासिमाबाद वियज आनंद शाही मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर बाद पुलिस कप्तान रामबदन सिंह भी पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना था कि यह हत्या का मामला है और हत्या में उस महिला की भूमिका संदिग्ध है जिसकी रिहायशी झोपड़ी है। लिहाजा उस महिला सहित उन सभी को शीघ्र गिरफ्तारी किया जाए जो इस हत्या में शामिल हैं। इसको लेकर ग्रामोणों ने शव को कब्जे में लेने से पुलिस को मना कर दिया। पुलिस कप्तान ने तहरीर के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पाई। साथ ही मृत राजेश चौहान के पिता दूधनाथ चौहान की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज की।
पुलिस उस महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। महिला कबूली कि राजेश चौहान से उसका नाजायज संबंध रहा है। वह उसके घर आता-जाता था। शुक्रवार की रात करीब साढ़े दस बजे भी वह उसके घर पहुंचा था। शराब के नशे में वह पूरी तरह धुत था और घर में सोने के लिए उस पर दबाव बनाने लगा। मना करने पर वह झोपड़ी में लगे बांस में अपना गमछा बांध कर फांसी लगाने की धमकी देने लगा। वह मना की मगर वह कुछ नहीं सुना और फंदे पर लटक गया लेकिन उसके शरीर का वजन गमछा संभाल नहीं पाया और वह गिर पड़ा। नीचे बांस के टुकड़े रखे थे। उसके कारण उसके सिर में संघातक चोट आई। साथ ही उसकी एक आंख भी चोटिल हो गई। महिला उसकी गंभीर चोटों को हलके में ली और उसे उसी झोपड़ी में लेटाकर अपने घर में चली गई थी। सुबह उसे पता चला कि वह मर चुका है।
महिला की इस कथन का पुलिस ने पीएम तथा फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट से महिला के कथन का मिलान की और इस नतीजे पर पहुंची कि वाकई में राजेश चौहान की मौत हत्या नहीं बल्कि हादसा का मामला है। महिला ने पुलिस को यह भी बताया कि घटना के वक्त वह राजेश की पत्नी को सूचना देने की कोशिश की थी लेकिन तब उनकी पत्नी के फोन का स्विच ऑफ था।