होटल में ठहरे बिहार के वांटेड अपराधी को दबोची पुलिस

गाजीपुर। बिहार के सिवान जिले के वांटेड अपराधी को शहर कोतवाली पुलिस बुधवार की सुबह एक होटल से धर दबोची। हालांकि इस सिलसिले में पुलिस फिलहाल कुछ भी नहीं बता रही है लेकिन अन्य श्रोतों से पता चला है कि उसका एक साथी भी पकड़ा गया है। पकड़ा गया वांटेड अपराधी उमेश यादव सिवान जिले के ग्राम दोन थाना दरौली का रहने वाला है।
उमेश यादव अपने गृह ब्लॉक दरौली का उप प्रमुख है और हालिया पंचायत चुनाव में वह फिर बीडीसी सदस्य चुना गया है। अपने ही थाना क्षेत्र के डरौली मठिया गांव के अधेड़ दयानंद यादव की इसी साल 20 मार्च की शाम गोली मारकर हुई हत्या में वह वांटेड है।
वह अपने इलाके के बीडीसी सदस्यों को लेकर सुबह ही चार पहिया वाहनों से गाजीपुर के लंका स्थित एक होटल में पहुंचा था। उसके बाद पुलिस कप्तान रामबदन सिंह को किसी से मिली सूचना पर शहर कोतवाल विमलेश मौर्य मय फोर्स होटल में धमक पड़े। सबसे पूछताछ के बाद उमेश यादव तथा उसके एक साथी को पकड़ कर कोतवाली ले गए। उन दोनों के कब्जे से क्या मिला। उनके विरुद्ध आगे क्या कार्रवाई होगी। इन सवालों के लिए एएसपी सिटी गोपीनाथ सोनी से संपर्क किया गया लेकिन फिलहाल कुछ भी बताने से उन्होंने साफ मना कर दिया।
इसीक्रम में ‘आजकल समाचार’ ने सिवान जिले के दरौली थानाध्यक्ष से संपर्क किया। उन्होंने वांटेड अपराधी उमेश यादव के गाजीपुर में पकड़े जाने के मामले में अनभिज्ञता जताई लेकिन वह यह जरूर माने की उमेश यादव एक हत्या के मामले में वांटेड है। सिवान के अन्य श्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार दरौली ब्लॉक प्रमुख का चुनाव होना है। वह पद पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित है। उमेश यादव उस पद पर किसी बुच्ची देवी को लड़ा रहा है। उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए ही अपने पक्ष के कुल 11 बीडीसी सदस्यों को लेकर गाजीपुर चला आया। अपने इलाके में उमेश यादव की छवि बाहुबली की है।