पांडेय कॉलोनी के लोगों ने किया वोट बहिष्कार का एलान

गाजीपुर। विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को जागरुक करने में जुटे प्रशासन को निराश करने वाली खबर है। शहर के पांडेय कॉलोनी (पीर नगर) के लोगों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय किया है। इस आशय कि घोषणा उन्होंने सोमवार को बकायदे बैनर के साथ की। इस मौके पर कॉलोनी के पुरुष, महिलाएं तथा बच्चे तक एकत्र होकर वह अपनी एकजुटता भी प्रदर्षित किए।
उनका कहना था कि उनकी कॉलोनी का यह दुर्भाग्य नहीं तो और क्या कहा जाएगा कि विकास भवन से सटी और सदर ब्लॉक मुख्यालय के ठीक सामने उनकी कॉलोनी है और विकास के मामले में पूरी तरह उपेक्षित पड़ी है। यहां तक कि कॉलोनी का संपर्क मार्ग भी दुरुस्त नहीं है। 2016 में मार्ग को सीसी करने के लिए खोद दिया गया। तब से वह उसी दशा में है। नाली के अभाव में पानी की निकासी भी नहीं होती। नतीजा बराबर पानी जमा रहता है। सीवर लाइन के नाम पर बिछी पाइप आए दिन टूटती-फूटती रहती है। उसका पानी भी कॉलोनी में ही बहता रहता है।
वोट बहिष्कार का बैनर लगाने वालों में राजनाथ तिवारी, डॉ. सत्यभानू शास्त्री, द्रौपदी ठाकुर, अनूप ठाकुर, गुड्डू राय, अशोक दूबे, ललन सिंह, निर्मला श्रीवास्तव, रानी सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, सुदर्शन सिंह, मृत्युंजय पाठक आदि थे।
मालूम हो कि इस कॉलोनी में वरिष्ठ नागरिकों की आबादी अपेक्षाकृत ज्यादा है। कॉलोनी के लोगों के राजनीतिक रुझान पर गौर किया जाए तो ज्यादातर भाजपा समर्थक हैं। बावजूद कॉलोनी की इस तरह उपेक्षा समझ से परे है जबकि गाजीपुर नगरपालीका के चेयरमैन की कुर्सी पर दशकों से भाजपा का ही कब्जा है। यह कोई पहला मौका नहीं है कि उपेक्षात्मक रवैये से आजिज आकर कॉलोनी के लोगों ने मतदान बहिष्कार जैसे कठोर निर्णय लिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी इस ओर ध्यान दिलाने के लिए मतदान बहिष्कार का निर्णय हुआ था। तब भाजपाई हरकत में आए थे। उसके बाद जिम्मेदार लोग मौके पर पहुंचे थे और भरोसा देकर वह निर्णय बदलवाए थे लेकिन उसके बाद किसी ने सुधि नहीं ली।
अब फिर यह नौबत आई है। देखा जाए कि प्रशासन और सत्ताधारी भाजपा के लोग क्या करते हैं। वौसे कॉलोनी के लोगों ने अपने बैनर पर साफ अंकित कर दिया है- मतदान बहिष्कार-2022 जनप्रतिनिधि वोट मांग कर शर्मिंदा न करें।