बेटे को जहूराबाद सौंप खुद शिवपुर जाएंगे ओमप्रकाश राजभर !

गाजीपुर। सपा की साझीदार सुभासपा में उम्मीदवारी को लेकर उलटफेर की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि यह तो लगभग तय माना जा रहा है कि सीट बंटवारे में पार्टी के खाते में गाजीपुर की जखनियां (सुरक्षित) तथा जहूराबाद विधानसभा सीट जाएगी।
पिछले चुनाव में सुभासपा का भाजपा से गठजोड़ था। भाजपा उसके लिए जहूराबाद तथा जखनियां सीट छोड़ी थी। जहूराबाद से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर खुद जीते थे। उनको कुल 84 हजार 553 वोट मिले थे और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के कालीचरण राजभर 68 हजार 502 वोट पर ही रह गए थे। उधर जखनियां सीट पर सुभासपा के त्रिवेणी राम ने जीत दर्ज कराई थी। उनको 84 हजार 158 वोट हासिल किए थे। निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के गरीब राम 79 हजार 900 पर अटक गए थे।
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक गतिविधियों पर करीब से नजर रखने वालों की मानी जाए तो उनका पहला मकसद अपने बड़े बेटे अरविंद को राजनीति में पूरी तरह स्थापित करना है। वही वजह थी कि पिछले चुनाव में भाजपा पर दबाव बनाकर वह बलिया की बांसडीह सीट अरविंद के लिए खाली करवा लिए थे। भाजपा वहां अपनी नेता केतकी सिंह को टिकट देने की तैयारी में थी लेकिन आखिर में उसे ओमप्रकाश राजभर का मन रखना पड़ा था। बावजूद केतकी सिंह बगावत कर निर्दल ही चुनाव मैदान में कूद गई थीं और पूरे 49 हजार 514 वोट बटोर ली थीं। उनकी बगावत का लाभ सपा के रामगोविंद चौधरी को मिला था। वह मात्र एक हजार 687 वोट से जीत गए थे जबकि सुभासपा के अरविंद राजभर को 40 हजार 235 वोट लेकर तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था।
उस दशा में सपा बांसडीह सीट शायद ही सुभासपा के लिए छोड़े। तब ओमप्रकाश राजभर बेटे अरविंद राजभर के लिए खुद ही जहूराबाद सीट खाली करेंगे। कहा जा रहा है कि ओमप्रकाश राजभर जखनियां सीट पर त्रवेणी राम की जगह किसी और को मौका देने का भी मन बना चुके हैं।
…तब अनिल को सबक सिखाने का प्लान !
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सपा से यारी के बाद खुद को उप मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित कर चुके हैं। तब उनका चुनाव लड़ना लगभग पक्का है। माना जा रहा है कि ओमप्रकाश राजभर वाराणसी की शिवपुर सीट से लड़ेंगे। एक तो वह सीट राजभर बाहुल्य है। दूसरे वहां से लड़कर उन्हें अपने जानी सियासी दुश्मन भाजपा नेता अनिल राजभर से बदला लेने का भी मौका मिलेगा। अनिल राजभर पिछले चुनाव में एक तरफा जीत हासिल किए थे। उनको एक लाख दस हजार 453 वोट प्राप्त हुए थे और सपा के आनंद मोहन मात्र 56 हजार 194 वोट ही बटोर पाए थे। मौजूदा वक्त में अनिल राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। वह ओमप्रकाश राजभर के विरुद्ध बराबर मुखर रहते हैं। यहां तक कि वह कई बार जहूराबाद क्षेत्र में बिरादरी की रैली, सम्मेलन भी कर चुके हैं। वह ओमप्रकाश राजभर को मुख्तार अंसारी के सियासी शूटर से भी नवाजते हैं।