ओम प्रकाश सिंह ने सपा कार्यकर्ताओं को दी नसीहत

गाजीपुर। पूर्व मंत्री और नव निर्वाचित सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह अपने अति उत्साही पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री अथवा किसी गैर दल और उसके सम्मानित नेता पर हो रही अभद्र, अमर्यादित टिप्पणी से बेहद नाखुश हैं।
उनका कहना है कि गाजीपुर में विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत, समर्पण का परिणाम है और इस जीत का स्वागत पूरे उल्लास, उमंग के साथ करने के वह अधिकारी भी हैं लेकिन कतई स्वागत योग्य नहीं कि उस उल्लास, उमंग में कार्यकर्ता मर्यादा की सारी सीमा लांघ जाएं।
श्री सिंह ने शनिवार की शाम फेसबुक के अपने आधिकारिक हैंडल से इस आशय की एक पोस्ट भी की है। उस पोस्ट में उन्होंने लिखा है- गाजीपुर में सपा गठबंधन के कार्यकर्ताओं की अटूट मेहनत के बूते पार्टी को यह शानदार सफलता मिली है और जिले की सभी सात सीटों पर जीत हासिल हुई है। इसके लिए सभी साथी कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। इस जीत को लेकर इनका उत्सव और उल्लास स्वागत योग्य है मगर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री अथवा किसी सम्मानित नेता या राजनैतिक दल पर कोई अभद्र टिप्पणी या अशोभनीय भाषा या वक्तव्य स्वीकार योग्य नहीं है। वह सपा कार्यकर्ताओ और गठबंधन के सभी साथियों से अपील करते हुए कहते हैं कि शालीनता बनाए रखें। जानबूझकर माहौल खराब करने के लिए अगर कोई अभद्र टिप्पणी या ओछी हरकत करता है तो उसका वह कृत्य समाजवादी पार्टी को हानि पहुंचाने के बराबर समझा जाएगा।
21 को प्रदेश मुख्यालय पहुंचेंगे नवनिर्वाचित विधायक
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों की 21 मार्च की सुबह 11 बजे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में आहूत की है। संभव हो कि उस बैठक में विधानसभा के लिए नेता प्रतिपक्ष की घोषणा की जाए। वैसे पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह को यह पद देने की मांग पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से उनके समर्थक कर रहे हैं और अपनी यह मांग सोशल मीडिया पर ट्रेंड भी करा रहे हैं। इसके लिए वह श्री सिंह के दलीय और संसदीय राजनीति के लंबे सफर का हवाला भी दे रहे हैं। हालांकि पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानी जाए तो पार्टी मुखिया विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद अपने चाचाश्री शिवपाल यादव को सौंपने का पूरा मन बना चुके हैं।