अखिलेश के विजय रथ में बाधा डालना भाजपा की बौखलाहट का नतीजा: राधेमोहन
गाजीपुर। अपनी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के विजय रथ को रोकना सपा के पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह भाजपा की बौखलाहट का नतीजा मानते हैं।
पूर्व सांसद ने कहा कि विजय रथ का चौथा चरण गाजीपुर के फखनपुरा से मंगलवार से प्रस्तावित था। पार्टी ने इसकी पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन उसी बीच प्रशासन ने रोक लगा कर इसे 17 नवंबर के लिए बाध्य कर दिया। प्रशासन ने ऐसा क्यों किया और किसके इशारे पर किया। जनता यह सब समझ रही है। हकीकत यही है कि इसी दिन सुल्तानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नवनिर्मित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करना है और उसी दिन सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपने विजय रथ के चौथे चरण की शुरुआत करनी थी। तय था कि उस मौके पर जुटने वाली ऐतिहासिक भीड़ का अनुमान कर भाजपा को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के फीके पड़ जाने की पूरी आशंका थी। लिहाजा प्रशासन पर बेजा दबाव डाल कर विजय रथ के कार्यक्रम को उस दिन के लिए रोकवा दिया गया।
पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा मुगालते में है। इतिहास दोहराता है। उसे याद करना चाहिए कि सपा सरकार में प्रस्तावित लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर भी इसी तरह तत्कालीन बसपा सरकार सपाजनों को साइकिल रैली निकालने से रोकी थी। बावजूद साइकिल रैली निकली थी और नतीजा यह रहा कि बसपा सरकार को जनता बेदखल कर दी थी। अब भाजपा सरकार का भी यही हश्र होगा। उन्होंने कहा कि फखनपुरा में पार्टी की विजय यात्रा की शुरुआत को एक दिन के लिए रोक कर भाजपा सरकार अपनी वाली कर ली और अब सपा की बारी है। तय है कि फखनपुरा की जनसभा ऐतिहासिक होगी। सपा की अगुवाई में जनता खुद भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए उतावली है।