अब क्रास केस में फंसे सादात प्रमुख के पति और प्रतिनिधि

गाजीपुर। सादात ब्लॉक में एमएलसी चुनाव अभियान दिलचस्प मुकाम की ओर जाता दिख रहा है। अब भाजपा समर्थक ब्लॉक प्रमुख के पति समेत प्रतिनिधि पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हो गया है। गुरुवार की रात हुई यह कार्रवाई सियासी हलके में सपा खेमे की पेशबंदी मानी जा रही है।
उसके पहले ब्लॉक प्रमुख केवली देवी के पति विक्रम राम ने क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ागांव के प्रधान पति शैश्वेंद्र यादव, मनीष यादव, रामधनी राजभर तथा विनोद राजभर सहित चार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
भाजपा तथा सपा में तलवारें तब खींच गईं थी जब नेता और ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव ने पार्टी के चुनाव अभियान के क्रम में बुधवार को ब्लॉक मुख्यालय में बीडीसी सदस्यों तथा ग्राम प्रधानों की बैठक बुलाई थी। बैठक में बड़ागांव की प्रधान पति शैशवेंद्र यादव ने प्रमाण पत्र जमा करने का खुल कर विरोध किया था। तब आरोप है कि संतोष यादव और उनके लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार, मारपीट की थी। शैशवेंद्र यादव की गोल के प्रधानों, बीडीसी सदस्यों ने भी कड़ा प्रतिकार किया था। चश्मदीदों के मुताबिक दोनों ओर से लात-घूंसे और कुर्सियां चली थीं। बाद में ब्लॉक प्रमुख के पति विक्रम राम ने शैशवेंद्र यादव तथा उनके तीन ज्ञात और चार अज्ञात के विरुद्ध हत्या के प्रयास तथा एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
उसके बाद सपा के बड़े नेता हरकत में आए और जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की अगुवाई में पुलिस कप्तान रामबदन सिंह से मिले। तब पुलिस कप्तान के निर्देश पर बड़ागांव के प्रधान पति के सहयोगी हंसराज राम की तहरीर पर सादात थाने में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव, पति विक्रम राम सहित तीन के खिलाफ एससी-एसटी मामले में एफआईआर दर्ज हुई।