अंजना सिंह की चुनाव याचिका पर आरओ सहित अन्य उम्मीदवारों को नोटिस, 21 को अगली सुनवाई

गाजीपुर। जिला पंचायत की सैदपुर प्रथम सीट की सपा उम्मीदवार अंजना सिंह की चुनाव याचिका पर कोर्ट ने विपक्षीगणों से जवाब मांगा है। साथ ही अगली सुनवाई की तारीख 21 जून मुकर्रर की है।
अंजना सिंह के एडवोकेट पुत्र आलोक सिंह ने इस सिलसिले में ‘आजकल समाचार’ से हुई बातचीत में यह जानकारी दी। याचिका सात जून को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दाखिल हुई थी। उसमें आरओ राकेश बिहारी मल तथा एआरओ डीपी पांडेय के अलावा अन्य सभी नौ उम्मीदवारों को पार्टी बनाया गया है। प्रभारी डिस्ट्रिक्ट जज डॉ.लक्ष्मीकांत राठौर ने याचिका स्वीकार करते हुए उन सभी को नोटिस भेजकर जवाब मांगने का आदेश दिया।
अपनी याचिका में अंजना सिंह ने वोटों की गिनती में सरासर बेईमानी का मय दस्तावेजी सबूत आरोप लगाया है। कहा है कि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपना सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए उनसे मिलीभगत कर अधिकारियों और मतदान कर्मियों ने घोर बेईमानी की। यहां तक कि निर्वाचन क्षेत्र के तीन बूथों अनवनी, रमरेपुर तथा सीधरा पर पड़े वोटों को हटाकर सटे निर्वाचन क्षेत्र सैदपुर पंचम के रस्तीपुर बूथ 127-128 के पड़े वोटों के जोड़ के साथ परिणाम घोषित कर दिया गया। इस कृत्य पर पर्दा डालने के लिए मतगणना के फार्म 49 को गायब करने की भरसक कोशिश हुई।
इधर अंजना सिंह के पति पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह का कहना है कि मतगणना के वक्त चक्रवार गणना के परिणाम भी उद्घोषित नहीं किए गए। अलबत्ता, निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपना सिंह (निर्दल) के लोग ही जुबानी और सोशल मीडिया के जरिये कभी 1400, 1200 तो कभी 400 वोट के फासले से अपनी जीत बताते रहे और आखिर में सपना सिंह को आधिकारिक रूप से विजयी घोषित कर दिया गया। बाद में जब राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उम्मीदवारवार पड़े वोटों का विवरण आया तो उसमें सपना सिंह पत्नी पंकज सिंह चंचल की जीत मात्र 31 वोटों से बताई गई। वेबसाइट के मुताबिक सपना सिंह को 9199 और अंजना सिंह के खाते में आए कुल 9168 वोट बताए गए। पूर्व सांसद का कहना है कि फार्म 49 में वह बेईमानी स्पष्ट रूप से परिलक्षित है। उसके हिसाब से अंजना सिंह 400 से अधिक वोटों से चुनाव जीती हैं।
मालूम हो कि सपा पूरे चुनाव अभियान में अपनी उम्मीदवार अंजना सिंह को जिला पंचायत के संभावित चेयरमैन के रूप में पेश करती रही। लिहाजा सैदपुर प्रथम सीट पर जिले भर की निगाह लगी रही। अब जबकि चुनाव परिणाम को कोर्ट में चुनौती दी गई है तो लोगों की निगाह कोर्ट के निर्णय पर जा टिकी है। अंजना सिंह के समर्थकों को पूरी उम्मीद है कि इंसाफ उनके पक्ष में होगा। कोर्ट में अंजना सिंह की पैरवी वरिष्ठ वकील रामाश्रय सिंह कर रहे हैं।