मरदह कांड: अब फ्रंटफुट पर पुलिस

गाजीपुर। मरदह थाने पर हमले के मामले में अब पुलिस महकमा एक्शन के मूड में है। हमलावरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई होगी।
इसके लिए हमलावरों को चिह्नित करने और जरूरी सबूत जुटाए जा रहे हैं। इसके तहत हमले में जख्मी एसएचओ मरदह विरेंद्र कुमार सहित कुल 13 पुलिस कर्मियों की मेडिकल जांच कराई गई है। इनमें चार महिला पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हमले के वक्त के वीडियो फुटेज से हमलावरों की पहचान की जा रही है।
‘आजकल समाचार’ के इस आशय के सवाल पर एसपी रामबदन सिंह ने कहा कि निश्चित रूप से हमलावरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि इस सिलसिले में और कुछ फिलहाल बताने से उन्होंने मना कर दिया।
…और यह है पूरा मामला
गुरुवार की रात मरदह में रामलीला का मंचन हो रहा था। उसी बीच मंच के पीछे कलाकारों के लिए बने ग्रीन रूम में मरदह के ही कुछ मनबढ़ युवक महिला कलाकार के साथ अभद्रता पर उतारु हो गए। इसकी शिकायत पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह अपने सहयोगी पदाधिकारियों संग मौके पर पहुंचे और बलपूर्वक उन युवकों को खदेड़ दिए। उसी खुन्नस में उन युवकों ने शुक्रवार की सुबह शशिप्रकाश सिंह को हमला कर जख्मी कर दिया। इस मामले में शशिप्रकाश सिंह ने पांच युवकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस उन युवकों को हिरासत में लेकर थाने के लॉकअप में डाल दी। शनिवार की सुबह उन युवकों में नीतीश राजभर उर्फ बंटी राजभर की हालत बिगड़ गई। पुलिस उसे अस्पताल ले जाने लगी। उसी बीच मरदह की राजभर बस्ती में अफवाह फैल गई कि पुलिस की पिटाई से बंटी राजभर की मौत हो गई है। फिर क्या था। बस्ती के आक्रोशित लोग थाने पर पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिए। उनमें महिलाएं तथा बच्चे भी थे। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो वह पथराव शुरू कर दिए। उसमें एसएचओ का सिर फट गया और कई पुलिस कर्मियों को भी चोटें आईं। यह खबर मिलते ही अधिकारियों सहित आस-पास के थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंची। फिर सड़क पर लाठियां पटक कर पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा। उस दौरान आस-पास की दुकानें भी बंद हो गई थीं। पुलिस कप्तान रामबदन सिंह, अपर पुलिस कप्तान ग्रामीण आरडी चौरसिया भी पहुंचे। बाद में पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस हिरासत में लिए गए युवक बंटी राजभर को जिला अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह फिट बताया। बल्कि बंटी की खैरियत के लिए फोन से उसकी अपनी मां से बात भी कराई गई।
इधर पूरे मामले को हाईजैक करने में जुटी सपा
समाजवादी पार्टी इस पूरे मामले में अपनी सियासत साधने में जुट गई है। शनिवार की शाम पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव पार्टी कार्यालय समता भवन में पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने साफ कहा कि रामलीला कमेटी मरदह के अध्यक्ष और उनके साथियों ने बंटी राजभर के छोटे भाई शुभम राजभर को मंदिर में ले जाकर बलभर पीटा। उसने थाने पहुंच कर तहरीर दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि उल्टे बंटी राजभर को ही उठा कर थाने ले गई और बर्बर पिटाई कर उसे अचेत कर दी। पुलिस की यह अन्याय पूर्ण कार्रवाई सत्ता पक्ष के दबाव में हुई है। श्री यादव ने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होनी चाहिए और दोषी पुलिस कर्मियों का निलंबन किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने को बाध्य होगी। इस मौके पर पार्टी के अरुण कुमार श्रीवास्तव, अशोक बिंद, राजेश कुमार यादव, दिनेश यादव, संतोष यादव, अनिल प्रधान, गुड्डू यादव, रामप्रकाश यादव, नन्हें यादव आदि भी उपस्थित थे।