डीएम के आदेश को नहीं मानती नगर पालिकाः शम्मी

गाजीपुर। नगर के प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी का मानना है कि नगर पालिका परिषद प्रशासन का जनसरोकार से कोई मतलब नहीं है। यहां तक कि उसे डीएम के आदेश तक की भी परवाह नहीं है। इस दशा में जनशिकायतों पर वह क्या करता होगा। इसे सहजता से समझा जा सकता है।
शम्मी ने बताया कि बीते सितंबर में उन्होंने पूरे नगर की जर्जर सड़कों को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया था। कुल दस हज़ार लोगों का हस्ताक्षर करा कर पांच अक्टूबर को डीएम को ज्ञापन दिया था। वह ज्ञापन मुख्यमंत्री को संबोधित था। तब डीएम ने नगर की जर्जर सड़कों के मामले को स्वतः संज्ञान में लेते हुए नगर पालिका परिषद को आदेशित किया था कि किसी भी दशा में 30 नवंबर तक नगर की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाए परंतु नगरपालिका परिषद ने एक भी सड़क को दुरुस्त नहीं कराया। बल्कि गड्ढा मुक्ति के नाम पर व्यापक धांधली करते हुए ईंट और मिट्टी से गड्ढा भरकर कोरम पूरा किया, जिससे 15 दिन के अंदर फिर से सड़कें जस की तस हो गईं। नगर का भ्रमण कर उन्होंने दावा किया कि कोई ऐसी सड़क नहीं है जो गड्ढा युक्त नहीं है।
श्री सिंह ने डीएम से आग्रह किया है कि नगर पालिका परिषद में जन शिकायतों को लेकर बेपरवाही और व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करें। साथ ही नगर की जर्जर सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त कराया जाए।