एमएलसी चुनावः सपाइयों ने कसी कमर, दिए ‘भाजपा मुक्त गाजीपुर’ का नारा

गाजीपुर। विधानसभा चुनाव में गाजीपुर में आपार सफलता के बाद हौसलाबुलंद सपाइयों ने अब भाजपा मुक्त गाजीपुर का नारा दिया है। अपने इस नारे को हकीकत में बदलने के लिए उन्होंने एमएलसी (स्थानीय निकाय) चुनाव को टारगेट बनाया है।
लोहिया भवन में गुरुवार को हुई बैठक में पार्टी नेताओं का अंदाज कुछ ऐसा ही दिखा। पार्टी जिला नेतृत्व की ओर से आहूत इस बैठक का मुख्य एजेंडा भी एमएलसी चुनाव ही था। बैठक में समवेत स्वर में नेताओं ने दम भरा कि एमएलसी सीट फतह कर वह विधानमंडल में गाजीपुर से भाजपा के प्रतिनिधित्व खत्म कर देंगे।
इस मौके पर पार्टी के कुछ नेता भाजपा के लिए अपना वैचारिक विरोध जताने के साथ ही निवर्तमान एमएलसी विशाल सिंह चंचल पर भी खूब जुबानी बाण दागे। पूर्व मंत्री एवं जमानियां के नवनिर्वाचित विधायक ओमप्रकाश सिंह अपने परिचित अंदाज में कहे कि यह लड़ाई ऐसे लोगों से है जिनका संविधान और लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है। वह सामने से लड़ने वाले लोग नहीं है। वह बराबर छद्म वार करते हैं। एमएलसी चुनाव में भी वह हथकंडा अपनाने से बाज नहीं आएंगे। हेराफेरी और बेईमानी उनके खून में है, लेकिन समाजवादी विधानसभा चुनाव की तरह इस चुनाव में भी उनके किसी भी हथकंडे को सफल नहीं होने देंगे। मुहम्मदाबाद के नवनिर्वाचित विधायक सुएब अंसारी मन्नू ने तो यहां तक कहा कि उनका परिवार निवर्तमान एमएलसी विशाल सिंह चंचल को सबक सिखाने के लिए उसी दिन से इंतजार कर रहा है जिस दिन वह उनके परिवार के समर्थन से निर्दल एमएलसी चुने जाने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे।
बैठक में यह भी साफ हुआ कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एमएलसी चुनाव के लिए गाजीपुर में पार्टी के अभियान को लेकर कुछ ज्यादा ही गंभीर हैं। वह 28 मार्च को गाजीपुर आएंगे और दो जनसभाएं करेंगे। एक जिला मुख्यालय से सटे सकरा (जैतपुरा) और दूसरी बाराचवर में। उस मौके पर वह सकरा में पार्टी नेता पूर्व मंत्री कैलाश यादव तथा बाराचवर में पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामनाथ यादव की प्रतिमा का लोकार्पण भी करेंगे। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में एमएलसी चुनाव के लिए घोषित पार्टी प्रत्याशी भोलानाथ शुक्ल व्यस्ता के कारण एकदम आखिर में पहुंचे लेकिन उनके भाई रामचंद्र शुक्ल और पुत्र संदीप शुक्ल शुरू से मौजूद थे। बैठक में तय हुआ कि पार्टी उम्मीदवार अंतिम दिन 21 मार्च को नामांकन करेंगे।
मालूम हो कि एमएलसी (स्थानीय निकाय) चुनाव अभियान में तीन दशक बाद पहली बार सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गाजीपुर में जनसभा का कार्यक्रम लगा है। 1990 में पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने गाजीपुर में जनसभा की थी। तब पार्टी उम्मीदवार बच्चा यादव एमएलसी चुने गए थे। वह भी इत्तेफाक ही कहा जाएगा कि उसके बाद के एमएलसी (स्थानीय निकाय) चुनावों में सपा को गाजीपुर में फिर कभी कामयाबी नहीं मिली।
नवनिर्वाचित विधायकों का माल्यार्पण कर सम्मान
इस लिहाज से भी सपाई अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर खूब उत्साहित हैं। लोहिया भवन में हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम की तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के प्रारंभ में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने नवनिर्वाचित विधायकों का माल्यार्पण कर सम्मानित किया। जहूराबाद निर्वाचित विधायक सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को छोड़कर अन्य सभी नवनिर्वाचित विधायक मौजूद थे। श्री राजभर का प्रतिनिधित्व सुभासपा जिलाध्यक्ष ललन राजभर ने किया। बैठक में पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, पूर्व एमएलसी द्वय काशीनाथ यादव तथा विजय यादव, सुधीर यादव, मुहम्मदाबाद नगर पालिका चेयरमैन शमीम सिद्दीकी, बहादुरगंज नगर पंचायत चेयरमैन रियाज अंसारी, लालजी गुप्त के अलावा पार्टी के प्रदेश सचिव राजेश कुशवाहा, डॉ. नन्हकू यादव, पूर्व प्रमुख विरेंद्र यादव, हीरालाल यादव, मुन्नन यादव, गोपाल यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार बिंद, संजय सिंह, ओपी भारती, जैहिंद यादव, भानु यादव, चंद्रिका यादव, कमलेश यादव, गोवर्धन यादव, विवेक सिंह शम्मी, दिनेश यादव, आशा यादव, हुकुम यादव, विभा पाल, कंचन रावत, रीना यादव, राजेश यादव,कमलेश यादव , नन्हें, आदित्य यादव, पांचू यादव, नरेंद्र यादव, रणजीत यादव आदि थे। संचालन जिला उपाध्यक्ष कन्हैया लाल विश्वकर्मा ने किया।