पूर्व मंत्री को मिल गई जमानत, पुलिस जोड़ी थी और एक धारा
गाजीपुर। आखिर वही हुआ। सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह की जमानत अर्जी सीजेएम कोर्ट ने सोमवार को मंजूर कर ली।
पूर्व मंत्री वाराणसी से दर्शन पूजन कर दोपहर करीब डेढ़ बजे सीधे सीजेएम कोर्ट पहुंचे। उनके संग प्रमुख समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी वगैरह भी थे। पहले से ही उनके वकील जमानत के कागजात तैयार कर चुके थे। जमानत की अर्जी सीजेएम शरद कुमार चौधरी के सामने प्रस्तुत हुई। वरिष्ठ वकील रणजीत सिंह ने उनकी ओर से पक्ष रखा। उसके बाद सीजेएम ने दो जमानतदारों के 20-20 हजार रुपये के सेक्यूरटी बांड पर जमानत अर्जी मंजूर कर ली।
मालूम हो कि जमानियां विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी अरुण बाबू जायसवाल की तहरीर पर गहमर पुलिस ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के विरुद्ध दर्ज एफआईआर दर्ज की थी। उसमें धारा 504 तथा 506 लगाई गई थी। बाद में 171 (च) भी जोड़ गई। अरुण बाबू जायसवाल का आरोप था कि पूर्व मंत्री ने आधी रात फोन कर उन्हें डराया, धमकाया। चुनाव बाद उन्हें समझ लेने तक की धमकी दिए। एफआईआर दर्ज कर एएसपी की अगुवाई में कई थाने की फोर्स पूर्व मंत्री की तलाश में उनके पैतृक आवास सेवराई पहुंचे लेकिन वह नहीं मिले। बताया गया कि पूर्व मंत्री लखनऊ में हैं।
बताते हैं कि उसी बीच पूव मंत्री ने आईजी वाराणसी से बात की। क्या बात हुई। यह तो नहीं मालूम लेकिन यह जरूर दिखा कि उसके बाद पूर्व मंत्री की तलाश में पुलिस की सक्रियता जरूर थम गई। सीजेएम कोर्ट में पेश हुए पूर्व मंत्री के जमानतदारों में जावेद खां तथा अरविंद सिंह थे।
जमानत मिलने के बाद पूर्व मंत्री कोर्ट से निकलकर अपने पार्टी कार्यालय समता भवन पहुंचे। जहां उन्होंने पार्टीजनों को संबोधित किया। बोले-चुनाव को चुनौती मानते हुए पार्टी की जीत के लिए हम सभी तन-मन-धन से लग जाएं। यह चुनावी लड़ाई अपने नेता अखिलेश जी के सम्मान की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आपसी गिला शिकवा मिटाकर जनपद की सातों सीटों पर पार्टी प्रत्याशी को जिताने का संकल्प भी दिलाया। भाजपा सरकार को लोकतंत्र, संविधान एवं समाजवाद विरोधी बताते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी निचले स्तर पर उतर सकती है । जब वह उनके जैसे नेता के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर नंगा नाच और परेशान कर सकती हैं तो आम कार्यकर्ताओं का क्या हस्र होता होगा। इसकी सहज कल्पना की जा सकती हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई चरित्र नहीं है। वह सत्ता के अहम में चूर है। उसे लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। यदि लोकतंत्र, संविधान और इस देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप और समाजवादियों को अपने सम्मान को बचाना है तो हर कीमत पर भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करना होगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, जिला मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव, दिनेश यादव,नसन खां,मन्नू सिंह, गोपाल यादव, राजेश यादव, सदानंद यादव,रिषु यादव आदि उपस्थित थे।