पकड़ा गया फर्जी टीटीई

गाजीपुर। अगर आप रेल यात्रा करते हैं तो यह खबर आपको अलर्ट कर सकती है। जरूरी नहीं कि चलती ट्रेन में आप का टिकट चेक करने वाला हकीकत में टीटीई ही हो। वह टीटीई के भेष में ठग भी हो सकता है। ऐसा ही एक ठग शनिवार को औड़िहार-वाराणसी सिटी के बीच दादर एक्सप्रेस में पकड़ा गया।
वह इसी रेल खंड पर काफी दिनों से सक्रिय था। इसकी शिकायत पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के अधिकारियों को भी मिल रही थी और आखिर में वह रेलवे के वाणिज्य विभाग के दस्ते के हाथ लग गया। पकड़े जाने पर वह दस्ते में शामिल अधिकारियों पर ही उल्टे रौब झाड़ने लगा। बल्कि पहचान पत्र भी दिखाया। उस पर जितेंद्र कुमार अंकित था लेकिन कड़ाई से पूछताछ में उसने कबूला कि वह कई दिनों से इसी मार्ग पर टीटीई बन कर यात्रियों से वसूली कर रहा था। उसे वाराणसी सिटी स्टेशन पर उतार कर रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
टीटीई को अपने नाम का बैच लगाना जरूरी: डीआरएम
टीटीई सहित रेलवे के रनिंग स्टाफ को बावर्दी रहना और अपने नाम का बैच लगाना जरूरी है। फर्जी टीटीई के पकड़े जाने के संदर्भ में एक प्रमुख न्यूज पोर्टल से बातचीत में डीआरएम वाराणसी रामाश्रय पांडेय ने यह जानकारी दी। एक सवाल पर उन्होंने बगैर वर्दी वाले टीटीई से यात्री उससे पहचान बताने का आग्रह कर सकते हैं। जरूरत पड़ने पर रेलवे की शिकायत पुस्तिका में भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। उनका कहना था कि फर्जी टीटीई के खिलाफ कोई अभियान नहीं चल रहा है लेकिन विभागीय अधिकारी ऐसी शिकायतें मिलने पर कार्रवाई करते हैं।