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रजदेपुर देहाती के आठ सफाई कर्मी निलंबित

गाजीपुर। बीते सप्ताह हुई भारी बारिश ने जहां रौजा इलाके में त्राहिमाम्-त्राहिमाम् मचा दिया वहीं देर से जागा प्रशासन भी अब हरकत में आ गया है। उस इलाके से जुड़ी ग्राम पंचायत रजदेपुर देहाती के आठ सफाई कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

भारी बारिश के कारण उस इलाके की कई कॉलोनियों और बस्तियों में जल जमाव की नौबत आ गई। यहां तक कि कई घरों में पानी घुस गया। गली और रास्ते पानी से अवरुद्ध हो गए। शुरुआती तीन-चार दिनों तक प्रशासन ने सुधि नहीं ली जबकि सपा जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की अगुवाई में पार्टी नेता उसी वक्त जल जमाव से प्रभावित बस्तियों का दौरा कर प्रशासन का ध्यान उस ओर दिलाया था। फिर भी कुछ नहीं हुआ था। पीड़ितजन रौजा ओवर ब्रिज पर जाम लगाए। तब एसडीएम ने भी चलताऊ भरोसा देकर रास्ता जाम खत्म करा दिया था। आखिर में पीड़ित शुक्रवार को डीएम ऑफिस पहुंच गए। मामले की नाजुकता समझ डीएम एमपी सिंह ने खुद स्थलीय निरीक्षण किया। पीड़ितों ने उन्हें बताया कि जल जमाव के लिए मुख्य रूप से दोषी रेलवे है। रेल लाइन के नीचे पानी निकासी के लिए डाली गई ह्यूम पाइप को रेलवे ने बंद कर दिया है। यह सब सुनने के बाद लौटे डीएम ने एसडीएम सदर को तलब किया और उन्हें झाड़ लगाई। उसके बाद से जहां रेलवे की ओर से 12 और प्रशासन की ओर से चार पंप लगा कर पानी निकासी का काम शुरू हो गया है।

…और एसडीएम के टारगेट बने रेल कर्मी

डीएम की फटकार लगने से बौखलाए एसडीएम सदर अनिरुद्ध सिंह सीधे मौके पर पहुंचे और रेलवे ट्रैक की मरम्मत कर रहे रेल कर्मियों को सीधे हिरासत में लेकर शहर कोतवाली भेजवा दिए। रेल कर्मियों में मजदूरों के अलावा पीडब्ल्यूआई भी शामिल थे। जाहिर है कि मरम्मत का काम रुक गया। नतीजा अप और डाउन लाइन में राजधानी, पवन, स्वतंत्रता सेनानी सहित कई प्रमुख ट्रेनों का रूट डायवर्ट करना पड़ा। इससे यात्रियों को भी नाहक दुश्वारियां झेलनी पड़ी। स्थिति यह हुई कि रेलवे के शीर्ष अधिकारियों तक को दखल देना पड़ा। तब कहीं जाकर हिरासत में लिए गए रेल कर्मी छूटे। उसके बाद शनिवार को रेल पटरियों की मरम्मत के अधूरे छूटे काम पूरे हुए और रेल यातायात फिर से समान्य हुआ।

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