डीएम सख्त, डीपीआरओ का एकाधिकार खत्म

गाजीपुर। ग्राम पंचायतों के सफाई कर्मियों की तैनाती, तबादले के ‘खेल’ को डीएम एमपी सिंह ने गंभीरता से लिया है और इस मामले में डीपीआरओ के एकाधिकार को खत्म कर दिया है।
इस आशय के अपने आदेश में डीएम ने साफ कहा है कि अब सफाई कर्मियों की तैनाती, तबादले की कार्यवाही बगैर बीडीओ की संस्तुति और सीडीओ की अनुमति नहीं होगी। अब तक सफाई कर्मियों की तैनाती, तबादला का एकाधिकार डीपीआरओ के पास ही रहा है। दरअसल सफाई कर्मियों के नियुक्ति प्राधिकारी डीपीआरओ हैं।
डीएम के इस आदेश से पंचायत राज विभाग में हड़कंप मच गया है। इस आदेश को हालिया डीपीआरओ के स्तर से कुल करीब 197 सफाई कर्मियों के तबादले और फिर उनमें कई के तबादले आदेश के निरस्तीकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है। चर्चा तो यहां तक हुई कि सफाई कर्मियों का पहले तबादला फिर तबादला रोकने के खेल में डीपीआरओ ऑफिस में खूब सौदेबाजी हुई। गाजीपुर में कुल 1238 ग्राम पंचायतें हैं। इसके सापेक्ष कुल करीब 3300 सफाई कर्मी नियुक्त हैं। यह शिकायत आम है कि सफाई कर्मी अपनी ड्यूटी पर नहीं आते हैं। बल्कि कई सफाई कर्मियों ने अपनी जगह डमी की तैनाती करा दी है और इसके एवज में ग्राम प्रधान तथा डीपीआरओ ऑफिस को प्रति माह ‘शुभ-लाभ’ कराते हैं। उस दशा में सफाई कर्मियों को अपने वेतन भुगतान में कोई अड़चन नहीं आती है। डीएम एमपी सिंह ने इस मामले में भी दखल देते हुए आदेशित किया है कि सफाई कर्मियों का वेतन भुगतान भी बिना बीडीओ के पूर्वानुमोदन नहीं होगा। अपने इस आदेश में डीएम ने यह भी जोड़ा है कि सफाई कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए बीडीओ भी जवाबदेह होंगे।