जिला पंचायत: चेयरमैन के दावेदारों में एक और चेहरा जुड़ा

गाजीपुर। जिला पंचायत के सदस्यों के चुनाव की पूरी प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब बारी चेयरमैन के चुनाव की है। यह पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित है।
वैसे तो राज्य निर्वाचन आयोग ने चेयरमैन के चुनाव का कार्यक्रम अभी घोषित नहीं किया है और न प्रमुख दलों ने ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है लेकिन इस प्रतिष्ठापरक पद के लिए दावेदार सामने आने लगे हैं। बल्कि वह अपने स्तर से नवनिर्वाचित सदस्यों से संपर्क भी साध रहे हैं।
इन दावेदारों की फेहरिस्त में एक चेहरा और जुड़ गया है। यह चेहरा है जमानियां की प्रथम सीट से निर्वाचित कुसुमलता यादव पत्नी मुकेश यादव का। जमानियां के सब्बलपुर गांव की रहने वाली कुसुमलता अपने पहले प्रयास में ही जिला पंचायत में पहुंची हैं। समाजवादी विचारधारा से गहरे जुड़े इनके पति मुकेश यादव का मध्य प्रदेश के उज्जैन में बड़ा कारोबार है। बावजूद वह शुरू से ही अपनी जन्मभूमि गाजीपुर के लोगों के दुख-सुख में शामिल होने का कोई मौका छोड़ते नहीं रहे हैं। यहां तक कि इनकी मदद से बहुतेरे नौजवानों की मध्य प्रदेश में रोजी रोटी चल रही है और कई छोटे बड़े ठेकेदार काम-धाम करा रहे हैं।
अपने पति मुकेश यादव की इस लोकप्रियता का पूरा लाभ कुसुमलता को मिला है। आलम यह कि चुनाव में लोगों ने अपनी दलीय प्रतिबद्धताएं, मोह छोड़ कर इन्हें वोट किया। नतीजा यह कि कुसुमलता अन्य सभी 14 उम्मीदवारों की जमानत जब्त कराते हुए जीत अपने नाम दर्ज कराने में सफल हुईं। मुकेश यादव को करीब से जानने वाले बताते हैं कि उनकी पत्नी कुसुमलता सुशिक्षित (एमए) हैं और उनमें कुशल प्रबंधन की भी क्षमता है।
मालूम हो कि 67 सदस्यीय जिला पंचायत में अकेले समाजवादी विचारधारा से जुड़े 29 यदुवंशी पहुंचे हैं। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव का तो दावा है कि कुल 35 सदस्य पार्टी से सीधे जुड़े हैं।
इस दशा में राजनीतिक पंडित भी मान रहे हैं कि जिला पंचायत चेयरमैन की कुर्सी पर ढाई दशक से काबिज समाजवादी पार्टी को बेदखल करना विरोधी पार्टियों को इस बार भी सहज नहीं रहेगा।