सपा की बैठक में निशाने पर रहा जिला नेतृत्व समूह

गाजीपुर। जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में अपनी हार को सपाई पचा नहीं पा रहे हैं। पार्टी की जिला कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई मासिक बैठक में यही मुद्दा छाया रहा और जिला नेतृत्व समूह निशाने पर रहा। हार के लिए इसी समूह से जुड़े नेताओं को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया गया। पार्टी लाइन से हट कर वोट करने वाले नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई तक की मांग उठी। आरोपों की जद में आए नेताओं ने लच्छेदार भाषण से खुद को बेदाग साबित करने की कोशिश भी की।
चेयरमैन चुनाव में हार के लिए जिला नेतृत्व समूह को जिम्मेदार ठहराने वालों ने अपनी बातों को पोख्ता बनाने के लिए चुनाव अभियान के दौरान के घटनाक्रमों का हवाला भी दिया।
बैठक में विधानसभा चुनाव के लिहाज से मतदाता सूचियों में नाम बढ़ाने के साथ ही नामौजूद मतदाताओं के नाम कटवाने के अभियान को गति देने पर भी जोर दिया गया। साथ ही बूथवार जातिगत वोटरों की गिनती करने का भी निर्देश दिया गया। साथ ही ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एकजुटता के साथ पार्टी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में प्रतिद्वंद्वी पार्टी को वोट करने वाले सदस्यों के विरुद्ध प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर कार्रवाई करने की बात कही। उनका कहना था कि चेयरमैन चुनाव में तिकड़म से जीत हासिल करने वाली भाजपा को विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।
बैठक में विधायक डॉ. बीरेंद्र यादव, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, पूर्व एमएलसी द्वय काशीनाथ यादव तथा बच्चा यादव, पूर्व विधायत कालीचरण राजभर, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, डॉ. नन्हकू यादव, रामअवतार शर्मा, मुन्नन यादव, गोपाल यादव, अशोक बिंद, सदानंद यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, सिकंदर कनौजिया, मुकेश यादव, महेंद्र चौहान, राजेंद्र यादव, रामवचन यदाव, मदन यादव, विश्राम यदाव, तहसीन अहमद, कमलेश यादव, डॉ. खालिद, चंद्रेश्वर यादव पप्पू, रमेश यादव, रामलाल प्रजापति, रिशु यादव, नरेंद्र यदाव, अरविंद कुमार यादव, अमित ठाकुर, संग्राम बिंद, हरवंश यादव आदि थे। संचालन उपाध्यक्ष कन्हैया लाल विश्वकर्मा ने किया।