बीएसए पर विभागीय मंत्री खफा, मामला शिक्षकों के वेतन भुगतान में लापरवाही का

गाजीपुर। बीएसए दफ्तर के कामकाज में अपेक्षित सुधार की गुंजाइश हाल-फिलहाल दिख नहीं रही है। उसका खामियाजा शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी भुगत रहे हैं। उनके वेतन भुगतान तक नाहक लंबित रखे जा रहे हैं। अब यह मामला खुद विभागीय मंत्री डॉ.सतीश द्विवेदी तक पहुंच गया है। इस मामले को उन्होंने गंभीरता से लिया है और इसे घोर लापरवाही मानते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है।
विभागीय मंत्री ने यह जानकारी खुद मंगलवार को सोशल मीडिया के अपने आधिकारिक एकाउंट से पोस्ट कर दी है। बताया है कि वाराणसी, विंध्याचल तथा प्रयागराज मंडल के बेसिक शिक्षा विभाग की मंडलीय समीक्षा बैठक की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शिक्षकों के वेतन निर्गत में लापरवाही करने के कारण बीएसए गाजीपुर और लेखाधिकारी गाजीपुर के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिए।
विभागीय सूत्रों के अनुसार मामला नवनियुक्त और गैर जनपद से आए शिक्षकों के वेतन भुगतान का है। विभागीय मंत्री ने वर्चुवल समीक्षा में पाया कि इसमें गाजीपुर में लापरवाही बरती जा रही है। हालांकि प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश यादव बीएसए का बचाव करते हुए कहते हैं-यह तो विदित है कि इन शिक्षकों के प्रमाणपत्र एवं अन्य दस्तावेजों का बगैर सत्यापन वेतन भुगतान संभव नहीं है। इनमें कुछ ही शिक्षक रह गए हैं, जिनके सत्यापन का काम पूरा नहीं हुआ है।
उधर बीएसए दफ्तर के कामकाज पर नजर रखने वालों का कहना है कि सत्यापन, तैनाती के नाम पर आर्थिक दोहन पर कोई अंकुश नहीं लग पाया है। दफ्तर के बाबू बीएसए की शह पर मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।