क्रिकेटः उद्घाटन मैच सचिन अकादमी के नाम

गाजीपुर। स्वामी सहजानंद कॉलेज मैदान में शुक्रवार से शुरू हुई सिंह हॉस्पिटल टी-20 कप क्रिकेट श्रृंखला के उद्घाटन मैच में सचिन क्रिकेट अकादमी ने सोनू (65) की शानदार बल्लेबाजी के बूते एकतरफा मुकाबले में महावीर अकादमी को 65 रनों से चलता किया।
महावीर अकादमी टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय की। निर्धारित 20 ओवर में सचिन क्रिकेट एकेडमी सोनू स्टार 65 रन और संदीप मौर्य के 21 रन) की बदौलत 172 रन का लक्ष्य महावीर अकादमी को दी। महावीर अकादमी की ओर से अमन कुमार, आनंद यादव और अजीत यादव ने दो-दो विकेट चटकाए। जवाब में महावीर अकादमी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 107 रन बनाकर आल आउट हो गई। महावीर अकादमी की ओर से अजीत यादव ने 45 रनों का योगदान दिया। सचिन अकाडमी की ओर से इरशाद अंसारी ने चार विकेट प्राप्त किए।
फिर दूसरा मैच सीपीसी और जीएसए एकेडमी के बीच हुआ। उसमें जीसीए ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 10 विकेट खोकर 109 रनों का लक्ष्य दिया। जीसीए के प्रिंस साहू ने 27 रन का योगदान दिया जबकि सीपीसी की ओर से गेंदबाजी करते हुए अजित मौर्य ने पांच विकेट लिए। जवाब में सीपीसी ने प्रशांत की शानदार बल्लेबाजी (53 रन) की बदौलत 11.1 ऊपर में ही तीन विकेट के नुकसान पर जीत के लक्ष्य को हासिल तक ली। पहले मैच के मैन ऑफ द मैच इरशाद अंसारी तथा दूसरे मैच में मैन ऑफ द मैच अजय मौर्य रहे।
मुख्य अतिथि सिंह हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. राजेश कुमार सिंह ने फीता काटने के बाद सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच का उद्घाटन किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि गाज़ीपुर में क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है। आगे और भी बेहतर क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर गाजीपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, सीपीसी अध्यक्ष शाश्वत सिंह, इमदाद हुसैन, संजय राय, रंजन सिंह सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
शेरपुर के पहलवान पंतजी अब नहीं रहे
भांवरकोल। देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवान देने वाले बीएचयू के पूर्व खेल उपनिदेशक एवं राष्ट्रीय प्रशिक्षक मृत्युंजय राय पंतजी (75) का वाराणसी में गुरुवार की शाम निधन हो गया। वह मूलतः शेरपुर खुर्द के रहने वाले थे। उनके निधन की खबर मिलते ही क्षेत्रवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। बीएचयू से स्नातक श्री राय ने अंतर विश्वविदालयीय राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीते थे। उनके शिष्यों में राममिलन यादव एवं आत्मा पांडेय ने राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था। पंतजी का दाह संस्कार रात्रि में ही वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर हुआ। मुखाग्नि रेलवे के वॉलीबॉल के राष्ट्रीय प़शिक्षक रहे उनके पुत्र नवीन राय ने दी।