सिविल बारः चली सहानुभूति की लहर, धीरेंद्र अध्यक्ष और अशोक महासचिव

गाजीपुर। सिविल बार के शनिवार को हुए चुनाव में सहानुभूति की लहर चली। जहां धीरेंद्र सिंह अध्यक्ष चुने गए। वहीं महासचिव के पद पर अशोक भारती निर्वाचित हुए।
अध्यक्ष पद पर धीरेंद्र सिंह ने गोपालजी श्रीवास्तव को 89 वोट के फासले से हराया। धीरेंद्र को कुल 451 वोट मिले थे। तीसरे उम्मीदवार राजकुमार जायसवाल मात्र 56 वोटों पर ही रह गए। इस पद के लिए दो वोट अवैध करार दिए गए। धीरेंद्र सिंह लगातार तीन बार से चुनाव हार रहे थे। लिहाजा उन्हें इस बार सहानुभूति का लाभ मिला। उनके प्रतिद्वंद्वी गोपालजी श्रीवास्तव के पीठ पर कुछ ‘महंथों’ का हाथ था लेकिन वोटरों में उनका नकारात्मक संदेश ही गया। उधर महासचिव पद पर निर्वाचित अशोक भारती कुल 308 वोट पाए जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रतनजी श्रीवास्तव 267 वोट पर ही रह गए। तीसरे उम्मीदवार राजकुमार राय 253 और अजय कुमार तिवारी को मात्र 42 वोट पर ही संतोष करना पड़ा। अध्यक्ष पद की तरह महासचिव के लिए भी सहानुभूति दिखी। अशोक भारती लगातार दो चुनावों से हार रहे थे।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर नटनागर निर्वाचित हुए। उन्हे 369 वोट मिले थे। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बृजकिशोर यादव 262 वोट ही बटोर पाए और रवींद्र सिंह कुशवाहा 236 वोट पाए।
वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य (15 साल) के कुल छह पदों के लिए रोचक मुकाबला रहा। सबसे आखिर तक वोटों की गिनती चली। उसमें अयाज अहमद, योगेंद्र कुमार यादव, रजनीकांत त्रिपाठी, शशिकांत, शिवपूजन सिंह यादव तथा सुनील दत्त तिवारी चुने गए। शेष अन्य पद शशिज्योति पांडेय कनिष्ठ उपाध्यक्ष प्रथम, संजय सिंह कुशवाहा सह सचिव प्रशासन, अजय विक्रम सिंह सह सचिव पुस्तकालय, बाल मित्र केशरी कोषाध्यक्ष सहित कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य (दस साल) अजय सिन्हा, मुहम्मद आकीब, चंद्रमोहन सिंह, राहुल मिश्र, अंजनी वर्मा तथा सिद्धार्थ शरण निर्विरोध चुने गए।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह दस बजे मतदान शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चला। मतगणना पांच बजे शुरू हुई। इसको लेकर न्यायालय परिसर में पूरे दिन गहमागहमी रही। मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रबली राय थे। निर्वाचित पदाधिकारियों को उनके समर्थकों ने फूल मालाओं से लाद दिया।