…पर सपा विधायक का बेमियादी धरना एक ही दिन में खत्म क्यों

गाजीपुर। अपने निर्वाचन क्षेत्र जंगीपुर की बदहाल सड़क का मुद्दा उठाकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश में सपा विधायक डॉ.वीरेंद्र यादव उल्टे खुद लपेटे में आ गए हैं। शायद यही वजह रही कि क्षेत्र के जयंतीदासपुर में सड़क की दुर्दशा को लेकर मंगलवार से शुरू अपना बेमियादी धरना एक ही दिन में खत्म करने में ही वह भलाई समझे।
दरअसल धरना शुरू होने के साथ ही भाजपा नेताओं ने उन पर हमला शुरू कर दिया। शुरुआत योगेश सिंह ने की। सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने यह बताते हुए कि साल 2012 से जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सपा विधायक का परिवार ही कर रहा है। पहले उनके पिताश्री कैलाश यादव। फिर उनके निधन के बाद उनकी माताश्री किस्मतिया देवी और अब खुद डॉ.वीरेंद्र यादव कर रहे हैं। इस दशा में जंगीपुर की सड़कों की बदहाली के लिए वह खुद जिम्मेदार हैं। योगेश सिंह की वह पोस्ट आते ही सपा विधायक सोशल मीडिया में ट्रोल होने लगे।
उसके बाद बुधवार को जंगीपुर के ही वरिष्ठ भाजपा नेता कुंवर रमेश सिंह पप्पू बकायदा दस्तावेजी सबूतों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम एमपी सिंह की नामौजूदगी में उन्हें संबोधित पत्रक एएसडीएम मंशाराम वर्मा को सौंपे। पत्रक में उन्होंने सड़कों के निर्माण में हुई घपलेबाजी में सपा विधायक की संलिप्ता साबित करने की कोशिश की। पीडब्ल्यूडी के रिकार्ड का हवाला देते हुए बताए कि जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के अरसदपुर-सुभाखरपुर-आरीपुर मार्ग का 25 मई 2017 को शुरू निर्माण कार्य 24 मई 2018 में पूर्ण हुआ। उसमें चार करोड़ 28 लाख रूपये की धनराशि खर्च हुई। अनुबंध के तहत उस सड़क की देखरेख पांच वर्ष तक करनी है। हर साल मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये उतारे जा रहे हैं जबकि अब तक सड़क की मरम्मत एक बार ही हुई है। नियमित मरम्मत के अभाव में सड़क गडढे में तब्दील हो चुकी है। पप्पू सिंह ने सड़क निर्माण और उसकी मरम्मत के खेल की जांच कर कार्यदायी संस्था के सम्मलित अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई और ठेकेदार की अनुबंध राशि जब्त करने की मांग की। उन्होंने मौखिक रूप से बताया कि ठेकेदार सपा विधायक का चहेता है। उनका कहना था कि क्षेत्र में अधिकतर उनके करीबियों के यहां ही सड़के बनी हैं। वह भी उनके ही चहेते ठेकेदारों ने मानक की अनदेखी कर उन सड़कों का निर्माण कराया है। पत्रक देते वक्त पप्पू सिंह के साथ भाजपा जिला उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह आदि भी थे।
इधर एलान के बाद भी सपा विधायक डॉ.वीरेंद्र यादव का अपना बेमियादी धरना एक ही दिन में खत्म करने पर भाजपाई काफी उत्साहित हैं। हालांकि विधायक समर्थक उनके बचाव में सड़क के गड्ढे भरने के फौरी उपाय के तहत ईंटों के रोड़े भरे जाने को विधायक के धरने की उपलब्धि से जोड़ रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि सपा विधायक धरना शुरू करने के साथ ही यह एलान किए थे कि सड़क के नवनिर्माण तक उनका धरना जारी रहेगा और सड़क के गड्ढों में रोड़ा गिरने से पहले ही वह अपना धरना खत्म करने का फैसला ले चुके थे।
भाजपाइयों की मानी जाए तो मौके की नजाकत समझ सपा विधायक मैदान छोड़कर भागने में ही अपनी खैरियत समझे हैं। यह भी इत्तेफाक नहीं है कि सड़क के निर्माण में बेईमानी पर सपा विधायक के विरुद्ध खुद उन्हीं की पार्टी समर्थकों में भी खुसुरफुसुर शुरू हो गई है।