बसपाः सैदपुर सीट पर कोई नहीं दावेदार!

गाजीपुर। बसपा के टिकट के लिए पिछले विधानसभा चुनावों तक गाजीपुर की सभी सात सीटों पर खूब मारामारी की नौबत रहती थी लेकिन इस बार के हालात बिपरीत लग रहे हैं। दमदार और दामदार दावेदारों के टोटे पड़ गए हैं।
सैदपुर सुरक्षित सीट पर तो अब तक ऐसा कोई दावेदार सामने नहीं आया है। शेष छह सीटों पर भी एक अथवा अधिकतम दो दावेदार हैं। पार्टी की जमीनी हैसियत आंकने के लिए वाराणसी मंडल के नए मुख्य सेक्टर प्रभारी अशोक सिद्धार्थ गाजीपुर सहित सभी चार जिलों के पदाधिकारियों संग शुक्रवार को वाराणसी में बैठक किए।
बैठक में गाजीपुर के विधानसभा क्षेत्रवार जो तस्वीर सामने आई, उसके मुताबिक सदर सीट पर पूर्व मंत्री विजय मिश्र तथा पूर्व विधायक डॉ.राजकुमार गौतम की दावेदारी है जबकि जमानियां सीट के इकलौते दावेदार परवेज खां और मुहम्मदाबाद सीट पर मान्वेंद्र राय का नाम लगभग फाइनल है। उधर जहूराबाद सीट के लिए तो बुझारत राजभर का नाम घोषित भी कर दिया गया है।
बैठक में जंगीपुर सीट के दावेदारों की चर्चा में पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा तथा डॉ.मुकेश सिंह का नाम आया। उधर जखनियां सुरक्षित सीट के लिए दो नाम गिनाए गए। एक पूर्व एमएलसी सुबोध राम तथा दूसरा सुनील कुमार का लेकिन सैदपुर सुरक्षित सीट के दावेदार के रूप में किसी का नाम सामने नहीं आया जबकि तीन बार यह सीट बसपा के कब्जे में रह चुकी है। पहली बार 1993 में सपा की साझीदारी में बसपा के लालजी वर्मा चुनाव जीते थे। फिर 2002 में कैलाश नाथ यादव ने यह सीट बसपा की झोली में डाली। उसके बाद 2007 के चुनाव में दीनानाथ पांडेय ने यह सीट बसपा को वापस दिलाई थी लेकिन साल 2012 के चुनाव से सैदपुर सीट सुरक्षित हो गई और तब से इस सीट पर बसपा का खाता नहीं खुला।