रिश्वतखोर वीडीओ रंगे हाथ धराया

गाजीपुर। रिश्वतखोर ग्राम विकास अधिकारी मंगलवार की शाम करीब ढाई बजे जमानियां ब्लॉक मुख्यालय परिसर में विजिलेंस (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) टीम के हाथो रंगे हाथ पकड़ा गया। ग्राम विकास अधिकारी विनय कुमार यादव जमानियां ब्लॉक की ही ग्राम पंचायत भगीरथपुर में तैनात है। भगीरथपुर के निवर्तमान ग्राम प्रधान संतोष कुमार शर्मा की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई। विजिलेंस टीम की अगुवाई इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार सिंह कर रहे थे।
निवर्तमान ग्राम प्रधान की शिकायत के मुताबिक उनकी ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण हुआ। निर्माण कार्य में लगे राजमिस्त्रियों का कुल 53 हजार रुपये की मजदूरी का भुगतान लंबित है। भुगतान को लेकर पहले तो सेक्रेटरी विनय कुमार यादव हीलाहवाली किए। कई बार आग्रह पर वह इसके एवज में सीधे दस हजार रुपये की रिश्वत मांगने लगे। उनकी इस मांग से आजिज आकर संतोष कुमार शर्मा ने इसकी शिकायत विजिलेंस की वाराणसी यूनिट से की। उसके बाद विजिलेंस की टीम गठित कर रिश्वतखोर ग्राम विकास अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बना। प्लान के तहत विजिलेंस की टीम जमानियां ब्लॉक मुख्यालय में पहुंची। दस हजार रुपये के नोटों पर केमिकल लगा कर संतोष शर्मा को दिए गए। ब्लॉक मुख्यालय में ही मौजूद ग्राम विकास अधिकारी विनय यादव को संतोष शर्मा रिश्वत के रूप में वह रुपये पकड़ाए। उसी बीच टीम के सदस्यों ने ग्राम विकास अधिकारी को दबोच लिया। सबूत के तौर पर उसके पास से रिश्वत के नोट कब्जे में लेकर उसके हाथ धुलवाए। फिर उसे लेकर टीम जमानियां कोतवाली पहुंची। वहां लिखापढ़ी के बाद टीम उसको लेकर वाराणसी लौट गई।
विजिलेंस टीम की इस कार्रवाई से ब्लॉक और ग्राम विकास कर्मियों में हड़कंप मच गया है। इधर रिश्वतखोर ग्राम विकास अधिकारी के खैरख्वाह निवर्तमान ग्राम प्रधान संतोष कुमार शर्मा पर केस वापस लेने का बेजा दबाव बनाने की भी कोशिश की।