भाजयुमोः जिसकी सिफारिश वह खारिज, जिसे सौंपे वह नकारा

गाजीपुर। युवकों के बूते फिर सत्ता वापसी में जुटी भाजपा के युवा संगठन भाजयुमो के कल-पुर्जे अभी तक कायदे से कसे नहीं जा सके हैं। कम से कम गाजीपुर में तो यही स्थिति है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भांवरकोल की द्वितीय मंडल इकाई है। उसकी कार्यकारिणी तक गठित नहीं हो पाई है।
ऐसा क्यों…! भाजपा और भाजयुमो नेतृत्व में समन्वय, सहमति का अभाव। भाजपा के इलाकाई संगठन के नेता चाहते थे कि भाजयुमो का मंडल अध्यक्ष पद निवर्तमान अध्यक्ष शिवम पांडेय को ही सौंपा जाए लेकिन भाजयुमो के जिलाध्यक्ष विश्वप्रकाश अनुज ने उन नेताओं की उस सिफारिश को खारिज करते हुए अपने स्वजातीय किसी बिट्टू कुशवाहा को अध्यक्ष पद सौंप दिया। कार्यकर्ताओं को हैरानी तो तब हुई जब दो दिन बाद ही बिट्टू कुशवाहा ने अध्यक्ष पद ठुकरा दिया।
अब जबकि चुनाव निकट आया है और इसको लेकर ऊपर का नेतृत्व निचली इकाइयों के कल-पुर्जे कसने शुरू किया है तो जिलाध्यक्ष विश्वप्रकाश अनुज ने शिवम पांडेय को दोबारा मंडल अध्यक्ष बना दिया है। शिवम पांडेय के करीबियों की मानी जाए तो इसके लिए अनुज ने उनकी सहमति लेने की भी जरूरत नहीं समझी। बल्कि उन्हें तो इस बात की जानकारी खुद अनुज की फेसबुक पोस्ट से मिली। चार दिन पहले की उस पोस्ट में अनुज ने लिखा है-भारतीय जनता युवा मोर्चा भांवरकोल द्वितीय मंडल अध्यक्ष श्री शिवम पांडेयजी को बनने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। माता रानी एवं महादेव से प्रार्थना है कि उनका कार्यकाल उज्ज्वल हो। उस पोस्ट में अनुज ने शिवम पांडेय की फोटो भी लगाई है।
भाजयुमो के लोगों की मानी जाए तो कमोवेश यही स्थिति कासिमाबाद मंडल की है। भाजपा के स्थानीय नेता मंडल अध्यक्ष का पद किसी को चाह रहे हैं और भाजयुमो जिलाध्यक्ष की पसंद कोई और है जबकि कासिमाबाद भाजयुमो जिलाध्यक्ष का गृह ब्लॉक है।