भाजपा की जनविश्वास यात्रा शुरू, सपा पर खूब बरसीं स्मृति ईरानी

गाजीपुर। स्वंय पर आमजन के विश्वास को और गहरा करने के लिए भाजपा काशी क्षेत्र में रविवार को लंका मैदान से अपनी जनविश्वास यात्रा लेकर निकल पड़ी। इसकी शुरुआत जनसभा से हुई। जनसभा की मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी थीं। उनके भाषण में अपराधियों, माफियाओं के विरुद्ध योगी सरकार के अभियान पर पूरा फोकस था।
स्मृति ईरानी ने कहा कि यह यात्रा जनता का भाजपा के प्रति विश्वास को समर्पित है। यह यात्रा जनता के विश्वास की, विकास की, जनता के सुनहरे भविष्य की है। ये यात्रा जनता के कल को समर्पित है। फिर वह अपने मूल मुद्दे पर आईं। प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार की याद दिलाते हुए वह बोलीं-भूलना मत की किस तरह साइकिल सवार बहू-बेटियों के आंचल उड़ाते थे। यह भी नहीं भूलना कि सपा सरकार में नौकरी मांग रहे नौजवानो पर लाठियां बरसाई जाती थीं। सपा मुखिया अखिलेश यादव को तब दर्द शुरू हो गया जब योगी ने गाजीपुर में संपत्तियों पर अवैध रूप से काबिज माफियाओं, गुंडों को बुलडोजर से बेदखल किया। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को सवालों में घेरते हुए कहा कि उन्हें दर्द तब क्यों नहीं हुआ जब जनता की गाढी कमाई को लूटकर उनकी पार्टी के गुंडे अपनी आलीशान हवेलियां बनाते थे। दर्द तब क्यों नहीं हुआ जब बहू-बेटियों की सरे राह इज्जत लूटी जाती थी।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर भी जुबानी तीर दागा। प्रधानमंत्री मोदी के गंगा स्नान पर उनकी टिप्पणी के संदर्भ में कहा कि जो चुनाव आने पर ही स्वंय को हिंदू होने का दावा करते हैं उन्हें वह बताना चाहती हैं कि गंगा नहाना हिंदू का अभिमान है। हिंदू अपनी मातृभूमि को जननी मानता है। हिंदू कभी अपनी जननी के टुकड़े-टुकड़े करने की बात नहीं करता। उन्होनें कहा कि हिंदू वह नहीं जो चुनाव आते ही कोट पर जनेऊ धारण कर ले। हिंदू वो है जो गरीब के घर में उज्जवला का आशीर्वाद दे। हिंदू वो है जो ऐसी सड़क का निर्माण करे, जिस पर हर जाति, पंथ, धर्म के लोग चलें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये जनता को तय करना है कि आशीर्वाद किसे दें। उसे जिसने विपदा के समय उन्हें संरक्षण दिया या उसे जिसने विपदा के समय राजनीति की। कोरोना काल में जब पूरी दुनिया त्राहि-त्राहि कर रही थी, उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी नेतृत्व क्षमता एवं दूरदर्शिता से उस विपदा पर नियंत्रण पाया और देश की 80 करोड़ जनता को लगातार 19 माह तक निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया। 130 करोड़ जनता को देश में बनी वैक्सीन निःशुल्क दिलवाई।
केंद्रीय मंत्री के ही साथ आए योगी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों में स्वामी प्रसाद मोर्य ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सबका साथ सबका विकास के मंत्र को चरितार्थ करते हुए समाज के सभी वर्गों को बिना किसी भेदभाव के जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दे रही है और ब्रजेश पाठक ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में गुंडाराज और भ्रष्टाचार का बोलबाला था लेकिन योगी सरकार बनने के बाद गुंडों, माफियाओं पर लगाम लगी। प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने सरकारी नौकरियों में गरीब अगड़ों दस प्रतिशत का आरक्षण की सुविधा मुहैया कराई। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर भी बोले। कहे कि भाजपा सरकार के ही काल में राजभरों को सम्मान मिल रहा है। राजभर समाज के महाराजा सुहेलदेव राजभर का अन्य महापुरुषों के साथ प्रधानमंत्री हर जगह ससम्मान नाम ले रहे हैं।
जनसभा को भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सांसद विनोद सोनकर ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने दिया। मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हरी झंडी दिखाकर जन विश्वास यात्रा को रवाना किया। यह यात्रा गाजीपुर के सभी विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए 21 दिसंबर को सैदपुर के रास्ते चंदौली जिला में प्रवेश करेगी।
जनसभा में यह थे उपस्थित
जनसभा में काशी क्षेत्र प्रभारी सांसद सुब्रत पाठक, राज्यमंत्री डॉ.संगीता बलवंत, राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति, जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, जिला पंचायत चेयरमैन सपना सिंह, विधायक त्रेय अलका राय, सुभाष पासी तथा सुनीता सिंह, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, कृष्ण बिहारी राय, अशोक मिश्र, यात्रा प्रभारी सुशील त्रिपाठी, दिलीप सिंह पटेल, आशिष सिंह बघेल, सरोज कुशवाहा, केदारनाथ सिंह, कृष्ण बिहारी राय, रामतेज पांडेय,बृजेंद्र राय, शोभनाथ यादव, राजन सिंह, रामनरेश कुशवाहा, ओमप्रकाश राय, प्रवीण सिंह, दयाशंकर पांडेय, अवधेश राजभर, योगेश सिंह, मनोज राय, मनीष सिंह बिट्टू अच्छेलाल गुप्त, राजन प्रजापति, कार्तिक गुप्त, आलोक शर्मा सहित क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी संतोष सोलापुरकर, जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा आदि पार्टी के प्रमुखजन उपस्थित थे।
…पर रथ पर नहीं चढ़ीं स्मृति
केंद्रीय मंत्री जन विश्वास यात्रा में कुछ ही दूर के लिए सही सजे-धजे रथ पर सवार होने की जरूरत नहीं समझीं। अलबत्ता, यात्रा की रवानगी के लिए मंच से ही वह हरी झंडी जरूर दिखाईं। पुलिस लाइन में उनका हेलीकॉप्टर दोपहर 1.26 बजे लैंड किया और 1.42 बजे वह जनसभा स्थल लंका मैदान में पहुंची। फिर हेलीपैड पर लौटकर 2.56 बजे वापसी के लिए उड़ान भरीं। जनसभा स्थल पर मौजूद जनसमूह में करीब आठ हजार लोग शामिल थे। हालांकि स्मृति ईरानी के रथ पर न चढ़ने की खबर ‘आजकल समाचार’ में आने के बाद भाजपाजनों ने इससे साफ इन्कार किया और पुष्टि के लिए सोमवार को सोशल मीडिया पर रथ पर सवार स्मृति ईरानी की फोटो भी शेयर की लेकिन आजकल समाचार की खबर का आशय यह था कि स्मृति ईरानी रथ से कुछ कदम भी नहीं चलीं। तहकीकात करने पर पता चला कि स्मृति ईरानी का रथ पर चढ़ना सिर्फ फोटो सेशन के लिए हुआ था और उनके उतरने के बाद ही रथ का पहिया डोला था।