भाजपा की बड़ी क्षति, प्रभुनाथ चौहान नहीं रहे

गाजीपुर। भाजपा को बड़ी क्षति हुई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रभुनाथ चौहान (61) मंगलवार की सुबह चल बसे। उनका पार्थिव शरीर दोपहर करीब डेढ़ बजे पार्टी के छावनी लाइन स्थित जिला कार्यालय पर अंतिम दर्शनार्थ रखा जाएगा। उसके बाद दाह संस्कार श्मशान घाट पर होगा।
पार्टी के मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा ने प्रभुनाथ चौहान के स्वजनों के हवाले से बताया कि वह अपने पैतृक आवास मियना (दुल्लहपुर) में थे। सोमवार की रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। स्थानीय निजी चिकित्सकों के प्राथमिक इलाज के बाद उनमें कुछ सुधार हुआ। सुबह बेहतर इलाज के लिए उन्हें वाराणसी ले जाने की तैयारी ही हो रही थी कि करीब साढ़े आठ बजे अचानक उनकी हृदय गति रुक गई।
प्रभुनाथ चौहान गाजीपुर में भाजपा के लिए बड़ा चेहरा थे। पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत पार्टी संगठन में कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाले। 2009 के लोकसभा चुनाव में पार्टी उन्हें गाजीपुर सीट से अपना उम्मीदवार भी बनाई थी। जून 2019 में प्रदेश की योगी सरकार राज्य मंत्री का दर्जा देते हुए प्रभुनाथ चौहान को राज्य पिछड़ा वर्ग का उपाध्यक्ष बनाई थी। उसका कार्यकाल कुछ ही दिन पहले खत्म हुआ था। माना जा रहा था कि एक बार फिर योगी सरकार उन्हें उस पद की जिम्मेदारी सौंपेगी।
प्रभुनाथ चौहान के असामयिक निधन की खबर मिलने पर भाजपाजनों में शोक की लहर व्याप्त हो गई। जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संवेदना प्रकट करते हुए गहरा दुख जताया है। भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहे हैं कि प्रभुनाथ चौहान पार्टी के एक बड़े स्तंभ थे। उनके निधन से पार्टी की अपूरणीय क्षति हुई है। पार्टी मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा कहे हैं कि प्रभुनाथ चौहान जीवन पर्यंत मूल्यों की राजनीति किए और समाज के कमजोर, असहायों के हक, सम्मान के लिए संघर्षरत रहे।
प्रभुनाथ चौहान अपनी पत्नी इंद्रावती देवी, दो पुत्र रविकांत चौहान तथा शशिकांत चौहान और पुत्री आभा चौहान समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।