भाजपाः नाखुश ब्राह्मणों को मनाए विजय मिश्र !

गाजीपुर। सपा और बसपा होते हुए अब भाजपा में ठौर बनाए पूर्व मंत्री विजय मिश्र जहां मजबूत ब्राह्मण नेता के रूप में स्वंय कि छवि को तराश लिए हैं। वहीं भाजपा भी उन्हें अपने साथ पाकर वैसे ही एक मजबूत ब्राह्मण नेता की अपनी तलाश पूरी मान चुकी है।
अपने पूरे विधानसभा चुनाव अभियान में भाजपा विजय मिश्र का भरपूर उपयोग की है। विजय मिश्र भी भाजपा के लिए पूरी तन्मयता से लगे रहे। भाजपा को जहां जरूरत पड़ी वहां वह खुद को हर मौके पर उपलब्ध कराए।
आन जिलों की तरह गाजीपुर के भी ब्राह्मण शुरू में भाजपा से बेहद नाराज थे। इनकी नाराजगी का एक कारण यह भी था कि गाजीपुर की किसी भी विधानसभा सीट से कोई ब्राह्मण नेता को टिकट नहीं दी जबकि ब्राह्मण समाज खुद को स्वभावतः भाजपा के करीब मानता है और पार्टी में पहले से ही जितेंद्रनाथ पांडेय, रामतेज पांडेय, बीके त्रिवेदी, श्यामराज तिवारी, संकठा प्रसाद मिश्र जैसे वरिष्ठ, समर्पित और अनुभवी ब्राह्मण नेताओं की लंबी सूची है।
चुनाव अभियान के अंतिम दिन शनिवार को पार्टी नेतृत्व के संज्ञान में आया कि जहूराबाद के ‘पंडीतजी’लोगों की नाखुशी अभी जस की तस है। फिर तो पूर्व मंत्री विजय मिश्र वहां पहुंचे। हाजीपुर-बरेसर में सक्रिय समाजसेवी राजेश दूबे के आवासीय परिसर में ब्राह्मण समाज के ‘समाजसेवियों’ की बटोर हुई। विजय मिश्र ने स्वजातीय बंधुओं को विस्तार से बताया कि वर्तमान राजनीतिक संदर्भों में भाजपा कितनी प्रासंगिक है। अंततः वह अपनी बात उपस्थितजनों को समझाने में सफल रहे और वह सभी एक स्वर से भाजपा का साथ देने का उन्हें वचन दिए। इस अवसर पर पार्टी उम्मीदवार कालीचरण राजभर की उपस्थिति भी विशेष रही। उपस्थित ब्राहमण समाज के लोगों में रमेश पांडेय, रामाश्रय पांडेय, अमरनाथ तिवारी, दिनेश पांडेय, सोनू पांडेय, संजय पांडेय, मृत्युंजय मिश्र, मिंटू पांडेय, अन्नू अनुरागी, जगदंबा चौबे, राकेश पांडेय, पंकज पांडेय, अवधेश तिवारी, राजू तिवारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण वोटर अनुमानतः 15 हजार के करीब हैं।
बहरहाल, अपने चुनाव अभियान में पूर्व मंत्री विजय मिश्र की उपयोगिता, उपलब्धता से भाजपा का आला कमान भी भिज्ञ है। इसका अंदाजा तब मिला जब उनके संग वाराणसी के पंच सितारा होटल ताज में पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डिनर लिया।