भाजपा: दो ‘देवियों’ को लेकर कार्यकर्ताओं में उठे सवाल

गाजीपुर। भाजपा कार्यकर्ताओं में दो ‘देवियों’ को लेकर सवाल उठ रहे हैं। यहां तक कि प्रदेश सह संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह के सामने उठाने से भी कार्यकर्ताओं ने कोई गुरेज नहीं किया।
काशी तथा गोरखपुर क्षेत्र के विस्तारकों की शनिवार को संपन्न हुए दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के सिलसिले में कर्मवीर सिंह गाजीपुर आए थे। समापन पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का भी आगमन हुआ था।
उस मौके पर कार्यक्रम स्थल के रास्ते में प्रमुख जगहों पर प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत में किरण सिंह की होर्डिंग लगी थीं। पार्टी के झंडे के रंग में रंगी उन होर्डिंगों पर किरण सिंह के नाम के नीचे अवध होटल लिखा था। जाहिर है कि किरण सिंह अवध होटल के मालिकान परिवार की हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वह जंगीपुर सीट से बसपा के टिकट पर लड़ने की तैयारी में थीं। तब उन्होंने न सिर्फ बसपा में नीचे से लगायत ऊपर तक के नेताओं को मैनेज करने की कोशिश की थी। बल्कि पूरे जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र को अपनी होर्डिंग, बैनर से पाट भी दिया था। हालांकि उनकी वह सारी कवायद के बावजूद बसपा से उन्हें निराशा ही मिली थी और अब जब फिर विधानसभा चुनाव की बारी आई है तो उनकी होर्डिंग, बैनर फिर दिखने लगे हैं। फर्क बस यही है कि इस बार उनके रंग बदल गए हैं।
भाजपा के कुछ मुखर और बाचाल कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सह संगठन मंत्री के सामने यही सवाल उठाया कि आखिर किरण सिंह बसपा से कब उनकी पार्टी में शामिल हुई हैं। सवाल के दौरान मौजूद जिला नेतृत्व समूह के नेता बगले झांकने लगे थे।
इसी तरह अब पार्टी के महिला मोर्चा की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष साधना राय को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। साधना राय की यह नियुक्ति रूद्रा पांडेय के स्थान पर हुई है, जिन्हें महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया है।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि साधना राय पार्टी में भले कागजी तौर पर पहले से ही जुड़ी रही हों लेकिन कार्यकर्ताओं के लिए उनका चेहरा एक तरह से नया है। पार्टी के कार्यक्रमों में वह शायद ही कभी दिखी हों। अलबत्ता, प्रदेश अध्यक्ष के हालिया गाजीपुर कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी जरूर दर्ज हुई थी। कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे अनजान चेहरे को महिला मोर्चा की जिम्मेदारी सौंपने के निर्णय पर पुनर्विचार होना चाहिए। यह जरूरी इस लिए भी हो जाता है कि कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है।