भाजपाः उम्मीदवारों की घोषित सूची में मनोज सिन्हा की ‘छाया’ !
गाजीपुर। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की बहुप्रतीक्षित सूची रविवार की रात आ गई। सूची में शामिल तीन चेहरे वही हैं जो पिछला चुनाव भी पार्टी टिकट पर अपनी-अपनी सीटों से लड़े थे। इससे साफ है कि इस बार भी टिकट बंटवारे में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की ही चली है और पार्टी ने अपने पक्ष में जातीय समीकरण बैठाने की पूरी कोशिश की है।
सूची के मुताबिक वर्तमान विधायक द्वय अलका राय मुहम्मदाबाद तथा डॉ.संगीता बलवंत सदर के अलावा रामनरेश कुशवाहा को दोबारा जंगीपुर सीट पर टिकट मिला है। उधर जखनियां सुरक्षित सीट पर पार्टी पहली बार मुसहर समाज को मौका देते हुए रामराज वनवासी को उम्मीदवार बनाई है। हालांकि सूची में जहूराबाद सीट के लिए उम्मीदवार का नाम नहीं है। लिहाजा वहां संशय की स्थिति बरकरार है। गाजीपुर की शेष दो सीटों में जमानियां के लिए पहले ही वर्तमान विधायक सुनीता सिंह का नाम घोषित कर दिया गया था और सैदपुर सुरक्षित सीट सहयोगी निषाद पार्टी के लिए भाजपा छोड़ चुकी है और निषाद पार्टी वर्तमान विधायक सुभाष पासी को अपना उम्मीदवार घोषित भी कर दी है।
मुहम्मदाबाद सीट के लिए कई दावेदार थे। यहां तक कि वर्तमान विधायक अलका राय अपनी सेहत का हवाला देकर बेटे पीयूष राय को टिकट दिलाना चाहती थीं लेकिन उनके इस आग्रह को पार्टी नेतृत्व ने खारिज कर दिया और उन्हीं पर फिर दाव लगाया है। इस सीट के अन्य प्रमुख दावेदारों में पूर्व विधायक पशुपतिनाथ राय तथा वरिष्ठ नेता वीरेंद्र राय तथा बिहार प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़ कर सक्रिय राजनीति में आए मनोज राय थे। इसी तरह सदर सीट पर भी दावेदारों की लंबी फेहरिस्त थी। नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेंद्र राय, महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष रुद्रा पांडेय, हीरालाल चक्रवर्ती, सुरेश बिंद, पारस बिंद वगैरह थे। जंगीपुर सीट पर टिकट के अन्य प्रमुख दावेदारों में पूर्व प्रत्याशी कुंवर रमेश सिंह पप्पू, संकठा प्रसाद मिश्र, भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह, कमलेश प्रकाश सिंह, किरण सिंह आदि थे।
जखनियां (सुरक्षित) के लिए घोषित उम्मीदवार रामराज वनवासी आमजन के लिए भले नए चेहरे हैं। वह मूलतः सैदपुर भितरी इलाके के पौटा गांव के रहने वाले हैं। एमए तक पढ़े हैं और सैदपुर कोर्ट में पेशकार के पद से रिटायर हैं। मनोज सिन्हा के करीब वह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले ही आ गए थे। 2013 में गठित अखिल भारतीय मुसहर कल्याण समिति के वह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिला महामंत्री हैं।