ओमप्रकाश राजभर पर बाबू सिंह कुशवाहा खूब कसे तंज

गाजीपुर। जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर खूब तंज कसे। लंका मैदान में शनिवार को अपनी पार्टी की ओर से आयोजित पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक भाईचारा सम्मेलन में ओमप्रकाश राजभर का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि पांच साल पहले वह सपाइयों की दबंगई का डर दिखाकर भाजपा के लिए वोट मांगे थे लेकिन जब वहां उनकी वाली नहीं हुई तो अब भाजपा को हराने और सपा को जीताने की बात कर रहे हैं। इसके एवज में उन्हें सपा की ओर से हर जरूरत की सुविधाएं भी मुहैया हो रही हैं और कुशवाहा समाज को भी गुमराह करने में लगे हैं। उनका कहना था कि ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। यह लोग आमजन का नहीं अपना भला देखते हैं और उसी हिसाब से चोला बदलते रहते हैं।
इस मौके पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर तथा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया। उसमें उनकी जन अधिकार पार्टी भी शामिल हुई लेकिन एकतरफा निर्णय करते हुए सपा के साथ चले गए। एक सवाल पर श्री कुशवाहा ने कहा कि विधानसभा में उन्हें अपनी पार्टी का किसी बड़ी पार्टी से गठबंधन करने से परहेज नहीं होगा। बशर्ते वह पार्टी गरीब, दलित, अल्पसंख्यक के हक-हुकूक की बात करेगी। हालांकि इसीक्रम में उन्होंने भाजपा की नीतियों की स्पष्ट तौर पर आलोचना भी की।
सम्मेलन में पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय महासचिव सुषमा मौर्या, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत प्रताप कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष पटेल विजय नारायण वर्मा, प्रदेश महासचिव राजेश कुशवाहा, प्रदेश सचिव द्वय लाखन सिंह पासी तथा रामकृष्ण प्रजापति, नसीम खां, प्रदेश अध्यक्ष (युवा प्रकोष्ठ) पंकज मनु विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव महिला प्रकोष्ठ इंदू मेहता, जिलाध्यक्ष अवधेश कुशवाहा आदि भी मौजूद थे। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा को तलवार भेंट करने के साथ ही माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।