घर पहुंची योगी की मंत्री को अरुण सिंह की पत्नी ने दिया आशीर्वाद

गाजीपुर। सदर विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को बड़ी राजनीतिक घटना हुई। भाजपा उम्मीदवार और योगी सरकार की मंत्री डॉ.संगीता बलवंत शाम के पहर पूरे लावलश्कर संग जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह के घर सुभाष नगर पहुंची। जहां अरुण सिंह की पत्नी शीला सिंह ने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया।
उस मौके पर शीला सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजय ध्वज को मजबूत करने के लिए वह अपने समस्त सहयोगियों के साथ भाजपा प्रत्याशी डॉ. संगीता बलवंत को भारी जीत के लिए तन मन से सहयोग करेंगी।
शीला सिंह के आशीर्वाद से प्रफुल्लित डॉ. संगीता बलवंत ने कहा कि अरुण सिंह बड़े समाज सेवी और संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति हैं। उनकी पत्नी के आज इस आशीर्वाद से भाजपा की जीत दोगुनी हो गई है और उनका यह खुला समर्थन सिद्ध करता है कि भाजपा की 2022 की जीत 2017 से भी बुलंद होगी। इसके लिए वह अरुण सिंह तथा उनके सहयोगियों के प्रति हृदय से आभार प्रकट करती हैं।
इस अवसर पर भाजपा के प्रवासी अरुण कुमार पांडेय, मनोज बिंद, गोपाल राय, भानु जायसवाल, रविंद्र जायसवाल आदि के अलावा अरुण सिंह के समर्थकों में श्रीप्रकाश केशरी गुड्डू, राजेश सिंह गुड्डू, विजय सिंह सबलू, शिवप्रसाद सिंह, उदय प्रताप सिंह मुन्ना, बबलू सिंह, शेरू, राजकुमार बिंद, सुदामा बिंद, अंकुर श्रीवास्तव, रुद्र सिंह, चिकू पटेल, राकेश कनौजिया, हुमायूं खां आदि प्रमुख थे।
राजनीतिक हलके में योगी की मंत्री डॉ.संगीता बलवंत के लिए यह राजनीतिक घटनाक्रम उनके प्रचार अभियान की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। मालूम हो कि अरुण सिंह का खुद का एक बड़ा राजनीतिक कद है। हर जाति, हर वर्ग में उनके समर्थकों की एक बड़ी फौज है। कभी वह भाजपा के बड़े जनाधार वाले नेताओं में शुमार थे लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर सीट से टिकट नहीं मिलने पर वह बगावत कर चुनाव लड़ गए थे। बावजूद योगी आदित्यनाथ के प्रति उनके दिल में उसी तरह सम्मान, श्रद्धा बनी रही। उसी बीच प्रदेश की तत्कालीन सपा सरकार में एक हत्या के मामले में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इन दिनों वह नैनी जेल में निरुद्ध हैं।
हालांकि इस बार अरुण सिंह ने सदर विधानसभा सीट से बतौर निर्दल उम्मीदवार नामांकन कर राजनीतिक हलके में सनसनी फैला दी थी लेकिन किन्हीं कारणों से उनका नामांकन खारिज हो गया। उसके बाद से समर्थक उनके अगले निर्देश का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे लेकिन अब भाजपा की सदर सीट की उम्मीदवार डॉ.संगीता बलवंत का उनके घर पहुंचना और पत्नी शीला सिंह का उन्हें आशीर्वाद मिलने से समर्थकों में यह संदेश स्पष्ट चला गया कि इस चुनाव में उन्हें भाजपा का झंडा-डंडा थामना है और डॉ.संगीता बलवंत के साथ रहना है।