…और उल्टे ट्रोल होने लगे विधायक डॉ. बीरेंद्र यादव

गाजीपुर। आए थे हरि भजन को, ओटन लगे कपास…यह कहावत सपा विधायक डॉ. बीरेंद्र यादव पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। विधानसभा चुनाव करीब आते देख वह अपनी राजनीति चमकाने में जुट गए हैं और इसी क्रम में उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र जंगीपुर के जयंतीदासपुर की बदहाल सड़क को मुद्दा बनाकर मंगलवार से बेमियादी धरना शुरू कर दिया है लेकिन वह उल्टे इसमें खुद ट्रोल होने लगे हैं।
जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के ही भाजपा नेता योगेश सिंह ने सीधा हमला करते हुए उन्हें सवालों के कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। फेसबुक पर सपा विधायक को संबोधित अपनी पोस्ट में श्री सिंह ने कहा है कि जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व साल 2012 से उनका ही परिवार कर रहा है। पहले डॉ. बीरेंद्र यादव के पिताश्री कैलाश यादव वहां से विधायक चुने गए थे और तत्कालीन सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। दुर्योग से उसी बीच निधन के बाद उपचुनाव में कैलाश यादव की पत्नी किस्मतिया देवी विधायक बनीं और 2017 के चुनाव में डॉ. बीरेंद्र यादव खुद विधायक चुने गए। उसके पहले वह जिला पंचायत के चेयरमैन भी थे।
श्री सिंह ने अपनी पोस्ट में हैज टैग के साथ सवाल किया है कि विधायक निधि का क्या हुआ। फिर पोस्ट के अंत में वह डॉ. बीरेंद्र यादव को हैज टैग लगाकर गाजीपुर के केजरीवाल की उपमा देते हुए उनके धरने को पूरी तरह नौटंकी करार दिए हैं।
श्री सिंह की इस पोस्ट का बहुतेरे लोगों ने कमेंट बॉक्स में समर्थन किया है। उनमें कई विधायक डॉ. बीरेंद्र यादव के स्वजातीय तथा समाजवादी झंडा ढोने वाले भी हैं। सत्यकेश यादव लिखे हैं आज इनको जंगीपुर की याद आ गई। पहले मां-पिता और अब वह खुद जंगीपुर विधायक हैं लेकिन अब तक वह कहां थे। अजय कुमार द्विवेदी लिखते हैं- विधानसभा जंगीपुर परिवर्तन मांग रहा है। इस बार जनता उन्हें हारने वाले विधायकों की सूची में शामिल करेगी। आशुतोष पांडेय ने लिखा है- विधायकजी की यादास्त कमजोर है। वह सड़क दस साल से खराब है और अब वह नौटंकी करने आए हैं। इसी तरह पोस्ट पर अन्य लोगों ने भी विधायक को खूब कोसा है।
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