पंचायत चुनाव की रंजिश में ही हुई थी वृद्ध किसान की हत्या, सभी चार अभियुक्त गिरफ्तार

गाजीपुर। खानपुर थाने के पटना गांव में वृद्ध किसान राजाराम निषाद (65) की हत्या का राज खुल गया। हत्या पंचायत चुनाव की रंजिश को लेकर हुई थी। इस वारदात को अंजाम देने में शामिल रहे सभी चार युवकों को पुलिस बुधवार की सुबह उसी इलाके के तेतारपुर तिराहे से धर दबोची। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू तथा बांस के रक्तरंजित दो टुकड़े भी बरामद हो गए। अभियुक्तों को पुलिस कप्तान डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने दोपहर मीडिया के सामने पेश किया। घटना के चौथे दिन ही राजफास के साथ ही सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर उन्होंने एसओ खानपुर जितेंद्र बहादुर सिंह को शाबाशी देते हुए उन्हें और उनकी टीम के लिए अपनी ओर से दस हजार रुपये नकद ईनाम की घोषणा की।
बताए कि मुख्य अभियुक्त राजू यादव के पिता रामाश्रय यादव ग्राम प्रधान का चुनाव लड़े थे। उन्हें अपने समाज का वोट दिलाने के एवज में राजाराम निषाद कुल 20 हजार रुपये वसूले थे लेकिन ऐन चुनाव के दिन वह पलट गए। अपने पिता की हार से राजू यादव एकदम से बौखला गया और राजाराम को सबक सिखाने का फैसला किया। उसी बीच 22 मई की रात बगल के एक गांव में आयोजित एक मांगलिक कार्यक्रम में राजू यादव पहुंचा। जहां मिले उसके फुफेरे भाई रामदेव यादव निवासी गांव भुजाड़ी और वहीं के साथी नीरज यादव तथा आशीष यादव ने राजाराम निषाद के कत्ल की योजना बनाई। फिर वह सभी गांव पटना में राजाराम निषाद के डेरे पर पहुंचे। राजाराम डेरे की कोठरी के बाहर सोए थे। तब वह सब वहां गड़े बांस के टुकड़ों को उखाड़े और अपने साथ लाए चाकू से राजाराम पर हमला कर दिए। कुछ ही देर में राजाराम का शरीर निढाल पड़ गया। उसके बाद वह सभी उनका मोबाइल फोन लेकर मौके से चलते बने थे।
पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस को कातिलों तक पहुंचने में सर्विलांस की भूमिका भी अहम रही। मालूम हो कि ‘आजकल समाचार’ ने पहले ही इस हत्या के पीछे पंचायत चुनाव की रंजिश का अंदेशा जताया था।