समाजवादियों ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को श्रद्धा से किया याद

गाजीपुर। सपा कार्यालय समता भवन में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पुण्य तिथि मनाई गई। पार्टीजनों ने चंद्रशेखर को श्रद्धा से याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही इस अवसर पर सांप्रदयिक ताकतों को परास्त करने का संकल्प लिया गया।
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कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि वह एक ऐसे युवा तुर्क नेता थे जिन्होंने दृढ़ता, ईमानदारी और साहस के साथ निहित स्वार्थ के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह बराबर व्यक्तिगत और सत्ता की राजनीति के खिलाफ रहे। वैचारिक, लोकतांत्रिक मूल्यों एवं सामाजिक परिवर्तन की राजनीति का समर्थन किए। वह साहस और सत्य के प्रतीक थे। उनके मन में गरीबों, शोषितों और पीड़ितों के लिए गहरी पीड़ा थी। वह आमजन से सीधे संवाद कर उनकी भावनाओं, समस्याओं को जानने, समझने के लिए कन्याकुमारी से नई दिल्ली तक 4260 किलोमीटर की ऐतिहासिक पदयात्रा की थी। वह आजीवन सांप्रदायिक ताकतों की मुखालफत करते रहे। वह बेबाक वक्ता थे। गुप्त से गुप्त बात भी सार्वजनिक कर दिया करते थे। उनका मानना था कि नेता की हर बात को जनता को जानना चाहिए क्योंकि नेता जनता की नुमाइंदगी करता है।

इस अवसर पर राजेश कुशवाहा, सदानंद यादव, निजामुद्दीन खां, अरुण कुमार श्रीवास्तव, तहसीन अहमद, दिनेश यादव, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, रामलाल प्रजापति, प्रमोद यादव, रामनगीना यादव, अवधेश कुशवाहा, आदि थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।