शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर पर भी चलेगा बुल्डोजर!

गाजीपुर। गंगा पुल स्थित शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर की पूरी बिल्डिंग ढहाई जाएगी। इस आशय का आदेश एसडीएम सदर प्रभास कुमार ने दिया है।
हालांकि इस सिलसिले में एसडीएम सदर से फोन पर संपर्क नहीं हो पाया लेकिन प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि आदेश पर आठ अक्टूबर की तारिख दर्ज है। आदेश में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) का हवाला दिया गया है। उसमें गंगा तट से 200 मीटर के दायरे में किसी तरह के पक्के निर्माण पर पूरी तरह रोक है जबकि आदेश में बताया गया है कि एनजीटी के तय मानक की अनदेखी कर हॉस्पिटल का भवन और कैंपस बना है। आदेश में हॉस्पिटल प्रबंधन को एक सप्ताह की मोहलत दी गई है।
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इस आदेश को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन के होश उड़ गए हैं। इस हॉस्पिटल की नींव 1998-99 में पड़ी थी। करीब 27 बीघे क्षेत्रफल में बने इस कैंपस में करोड़ों का निवेश हुआ है। हॉस्पिटल और ट्रामा सेंटर के अलावा कैंपस में नर्सिंग कॉलेज, हॉस्टल, कैंटीन सहित रेस्टोरेंट वगैरह है।
जाहिर है कि पूरे कैंपस के ध्वस्त होने से जहां सालों के वक्त और करोड़ों का नुकसान होना तय है। वहीं हॉस्पिटल व ट्रामा सेंटर में दाखिल रोगियों की शिफ्टिंग और नर्सिंग कॉलेज के छात्रों के भविष्य की चिंता भी प्रबंधन को साल रही होगी।
मालूम हो कि हाल ही में प्रबंधन परिवार के कुल 17 असलहे जब्त कर उनके लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। प्रशासन की वह कार्रवाई बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गैंग से जुड़ाव के आरोप में की गई थी और अब हॉस्पिटल भवन तथा कैंपस को ध्वस्त करने के आदेश को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

इधर सख्ती उधर सम्मान
इसे भी क्या कहा जाए कि प्रशासन जहां शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल को लेकर एकदम सख्त है। वहीं प्रशासन यह भी मान रहा है कि कोविड-19 की इस महाविपत्ति में शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल सार्थक भूमिका निभा रहा है। इसके लिए डीएम एमपी सिंह ने शुक्रवार को खुद अपने हाथों हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. आजम कादरी की बेटी डॉ. नादिया सरवर को पीपीई किट भेंट किया। यही नहीं बल्कि हॉस्पिटल प्रबंधंन के सहेड़ी कैंपस स्थित शम्मे गौसिया मेडिकल कॉलेज को प्रशासन ने कोविड-19 के लिए एल-2 हॉस्पिटल भी बनाया है। शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल के ढहाने से सैकड़ों की संख्या में चिकित्सक, गैर चिकित्सकों के सामने बेरोजगारी की भी नौबत आनी तय है।
