विधायक संगीता बलवंत की ‘किचन कैबिनेट’ में बगावत!

गाजीपुर। सदर विधायक डॉ. संगीता बलवंत की खुद की टीम में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। टीम से बिदके श्याम चौधरी ने विधायक के विरुद्ध एलानिया बगावत कर दिया है।
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सोमवार को श्री चौधरी ने रुईमंडी स्थित आवास पर अपने स्वजातीय समाज की बैठक बुलाई। बैठक में समाज के लगभग सभी चौधुर मौजूद थे। सब ने एक स्वर से श्याम चौधरी के प्रति सदर विधायक के कटु और कपटपूर्ण रवैये की निंदा की। बैठक में तय हुआ कि संगीता बलवंत का निषाद समाज हर स्तर पर राजनीतिक विरोध करेगा। बाद में श्याम चौधरी ने अपने फेसबुक एकाउंट से उस बैठक की कई फोटो शेयर की और पोस्ट में लिखे-‘आज हमारे आवास रुई मण्डी पर समाज विरोधी क्रिया कलाप को लेकर अपने समाज के जनप्रतिनिधि के खिलाफ निंदा प्रस्ताव एकमत से पास’।
जाहिर है कि श्याम चौधरी की यह पोस्ट विधायक संगीता बलवंत के विरुद्ध है। इस सिलसिले में ‘आजकल समाचार’ ने उनको फोन लगाया। वह संगीता बलवंत का नाम आते ही उन पर एकदम से बरस पड़े। बताए कि समाज की बैठक में विधिवत प्रस्ताव पारित किया गया कि संगीता बलवंत अब जहां से भी चुनाव लड़ेंगी वहां समाज उनका हर स्तर पर विरोध करेगा।
मालूम हो कि श्याम चौधरी कभी तत्कालीन सदर विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री विजय मिश्र की किचन कैबिनेट में थे लेकिन जब श्री मिश्र के सितारे जैसे ही गर्दिश में गए वैसे ही श्याम चौधरी ने उगते सूरज को सलाम वाली तर्ज पर पलटी मारते हुए संगीता बलवंत के पाले में चले गए। वहां सबकुछ ठीक चल रहा था कि उन्हीं की तरह एक और ‘पल्टू’ चंदन बिंद से उनको अड़ंसा होने लगा। दोनों लोगों में बात इतनी बिगड़ती गई कि भाजपा के चले सेवा सप्ताह में एक दिन उनमें सरेराह ढीशूम-ढीशूम की नौबत आ गई।
उस घटना में संगीता बलवंत ने अपने स्वजातीय चंदन बिंद का दमदारी से पक्ष लिया। नतीजा श्याम चौधरी को शहर कोतवाली पुलिस ने चालान किया। उनको एसडीएम कोर्ट से जमानत करानी पड़ी। तब बताया तो यहां तक गया था कि संगीता बलवंत की पूरी कोशिश थी कि श्याम चौधरी को जमानत न मिले और वह सीधे जेल जाएं।

हालांकि संगीता बलवंत की किचन कैबिनेट में श्याम चौधरी की बगावत कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले पिछड़े वर्ग का जाना पहचाना चेहरा विभा पाल भी संगीता बलवंत को छोड़ आज समाजवादी पार्टी में हैं।