वनवासियों और पुलिस फोर्स में झड़प, पथराव में चार पुलिस कर्मी जख्मी

गाजीपुर। वनवासियों के हमले में चार पुलिस कर्मी घायल हो गए और पुलिस की जीप क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो वनवासी भी घायल हुए और छह महिलाओं समेत 26 वनवासियों को गिरफ्तार किया गया। घटना जमानियां कोतवाली के पांडेय मोड़ तिराहा के पास रविवार की रात करीब 12 बजे की है।
जमानियां के पांडेय मोड़ तिराहा के पास स्थित भैदपुर के वनवासी बस्ती के टेलहु, नंदलाल तथा लखेंद्र बैठकर गांजा पी रहे थे। उसी बीच पिकेट के सिपाही अंकित कुमार तथा प्रकाश मौके पर पहुंचे और उन्हें टोके। तब वह तीनों सिपाहियों से उलझ गए। सिपाहियों ने वहां रखे बेलचे से उनकी पिटाई कर दी। उसी बीच वनवासी बस्ती के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। मामले की नाजुकता भांप कर सिपाहियों ने कोतवाली मुख्यालय पर फोन कर दिया। तब कोतवाली की जीप से सिपाही अमरजीत यादव, रंजीत कुमार तथा हेड कांस्टेबल राजेश कुमार आ गए। मौके पर मौजूद वस्ती के लोगों ने पुलिस कर्मियों और उनकी जीप पर पथराव शुरू कर दिया।
तथा पुलिस का कहना है कि तीनों गांजा पी रहे थे, जबकि मजदूरों का कहना था कि वह रात्रि में ट्रक से बालू उतारने की मजदूरी करते हैं। वह बालू उतारने के बाद आपस में मजदूरी बांट रहे थे। वहां पिकेट पर तैनात आरक्षी अंकित कुमार व प्रकाश का मजदूरों से विवाद हो गया।
पथराव की सूचना पर सीओ जमानियां हितेंद्र कृष्ण व जमानियां कोतवाल संपूर्णानंद राय मय फोर्स मौके पर पहुंचे। जमानियां सर्किल के थाने सुहवल, रेवतीपुर, नगसर की पुलिस पुलिस फोर्स भी बुला ली गई। पुलिस फोर्स ने बस्ती में सर्च ऑपरेशन शुरू कर छह महिलाओं सहित कुल 26 को पकड़ा।
पथराव में सिपाही अमरदीप यादव, रंजीत कुमार, अंकित कुमार व राकेश सिंह को चोटें आईं जबकि पुलिस की पिटाई से वनवासी बस्ती के कंचन कुमार, लखेंद्र, पप्पू वनवासी घायल हुए। पुलिस की जीप के शीशे टूट गए।
उधर वनवासी बस्ती के लोगों का कहना है कि बस्ती के मजदूर ट्रक से बालू उतार कर मिली मजदूरी का बंटवारा कर रहे थे। उसी बीच पिकेट के पुलिस कर्मी पहुंचे और अकारण मारने लगे। बस्ती के लोगों ने विरोध किया तो पुलिस फोर्स बस्ती में घुसकर लाठीचार्ज शुरू कर दी।