रहस्यमय स्थिति में फांसी के फंदे पर लटकती मिली विवाहिता

गाजीपुर। बांझ होने के ताने से आजिज विवाहिता अमृता राजभर (30) ने फांसी लगा ली। घटना खानपुर थाना क्षेत्र के सिगारपुर गांव में मंगलवार की रात की है। इस मामले में विवाहिता के मायके वाले अमृता के पति विनोद सहित सास, ससुर, जेठ और जेठानी को कसूरवार बता रहे हैं। पुलिस इस मामले में पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। अमृता का मायका पड़ोसी जिला जौनपुर के सीमावर्ती थाना केराकत स्थित बांसबारी गांव में था।
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अमृता की शादी 19 मई 2014 को हुई थी। शादी के बाद वह ससुराल में खुशहाल थी। पति विनोद कहीं निजी कंपनी में काम करता था। वैश्विक महामारी कोविड-19 में वह घर आ गया था।
शादी के छह साल बाद भी कोई संतान न होने के कारण अमृता को ससुरालीजन प्राय: ताने मारते रहते थे। इसको लेकर अमृता संग उनकी आए दिन झगड़ा भी होता था।
घटना की रात अमृता घर के ऊपरी मंजिल पर अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटकती मिली। घर में चीख पुकार सुन पड़ोसी भी पहुंच गए। उसी बीच किसी ने पुलिस को भी सूचना दे दी। मायके पक्ष के लोग भी आ गए। अमृता के भाई मंगला राजभर का कहना है कि उसकी बहन आत्महत्या नहीं कर सकती है। अमृता के सास, ससुर, जेठ, जेठानी शादी के बाद ही दहेज के लिए फिर संतान न होने को लेकर उसे प्रताड़ित कर रहे थे।

उधर एसओ खानपुर पन्ने लाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। हालांकि पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि विवाहिता की मौत का कारण संदिग्ध है। पोस्टमार्टम के बाद जांच के लिए उसका बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।